Logo

दिल्ली में छठ पूजा का भव्य समापन, सीएम रेखा गुप्ता ने उगते सूर्य को दिया अर्घ्य

दिल्ली में छठ पूजा इस बार भव्यता और श्रद्धा के साथ मनाई गई। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हाथी घाट (आईटीओ) पर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया और छठी मईया से विकसित भारत और दिल्ली का आशीर्वाद मांगा।

👤 Saurabh 28 Oct 2025 11:50 AM

Chhath Puja in Delhi: दिल्ली में छठ महापर्व बड़ी श्रद्धा, आस्था और उत्साह के साथ मनाया गया। हजारों श्रद्धालु यमुना के तटों और शहर के विभिन्न घाटों पर एकत्र हुए और उगते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी हाथी घाट (आईटीओ के पास) पहुंचकर भक्तों के साथ पूजा की और छठी मईया से ‘विकसित भारत’ और ‘विकसित दिल्ली’ का आशीर्वाद मांगा।

सीएम रेखा गुप्ता ने दी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि छठ पूजा में शामिल होकर उन्हें बेहद खुशी और गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने कहा, “दिल्ली में छठ पूजा की ऐसी भव्यता देखकर हृदय प्रफुल्लित हो गया है। पहले मेरे पूर्वांचली भाई-बहन कृत्रिम तालाबों में पूजा करने को मजबूर थे, लेकिन आज वे यमुना नदी के जल में खड़े होकर सूर्य देव को अर्घ्य दे पा रहे हैं।”

उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार ने इस साल छठ पर्व के लिए बेहद बड़े स्तर पर तैयारियां की हैं, ताकि किसी भी श्रद्धालु को परेशानी न हो। सीएम ने कहा कि उनकी सरकार के इंतजामों की पूरे देश में सराहना की जा रही है।

इस मौके पर उनके साथ संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा, समाज कल्याण मंत्री रविंदर इंद्राज, और पर्यावरण मंत्री मंजींदर सिंह सिरसा भी मौजूद रहे। सभी मंत्रियों ने भक्तों के बीच जाकर उनकी शुभकामनाएं स्वीकार कीं और सुरक्षा व सफाई व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

दिल्ली में बने 1,300 से अधिक छठ घाट

दिल्ली सरकार ने इस बार छठ पूजा के लिए 1,300 से अधिक घाट तैयार किए, ताकि भक्त आसानी से पूजा कर सकें। इनमें से 17 घाट यमुना किनारे बनाए गए, जहां सबसे ज्यादा भीड़ देखी गई। हर घाट पर सुरक्षा, रोशनी और साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था की गई थी।

सरकार ने बताया कि दिल्ली में अब छठ पूजा केवल एक समुदाय का त्योहार नहीं रहा, बल्कि यह दिल्ली की एकता और सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक बन चुका है।

पूर्वांचली समुदाय के लिए विशेष महत्व

छठ पूजा मुख्य रूप से पूर्वांचल (बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड) के लोगों का प्रमुख पर्व है। इस दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और सूर्य देव तथा छठी मईया की पूजा करके परिवार की सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना करती हैं। दिल्ली में रहने वाला पूर्वांचली समुदाय इस पर्व को हर साल बड़ी श्रद्धा के साथ मनाता है।