शुक्रवार को दिल्ली उच्च न्यायालय को एक बम धमकी वाला ईमेल मिला। इसमें हिंसक चेतावनी और असंगत राजनीतिक बातें थीं। इसके बाद सुरक्षा के मद्देनजर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया और अदालत परिसर को खाली कर दिया गया। न्यायाधीशों, वकीलों, कर्मचारियों और वादियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, ईमेल में कहा गया था कि अदालत परिसर में तीन बम रखे गए हैं और दोपहर 2 बजे तक परिसर खाली करने को कहा गया। हालांकि, बमों का कोई सटीक स्थान नहीं बताया गया था। बम निरोधक दस्ते को तुरंत बुलाया गया और पूरे इलाके की गहन जांच की गई।
ईमेल “कनिमोझी थेविद्या” नाम से भेजा गया था। इसमें बेतुके राजनीतिक दावे और हिंसक चेतावनी थी। इसमें लिखा था कि धर्मनिरपेक्ष पार्टियाँ भ्रष्टाचार और पारिवारिक वंशवाद के कारण सही ढंग से कार्य नहीं करतीं। साथ ही कुछ नेताओं और उनके परिवारों के खिलाफ खतरनाक गतिविधियों की धमकी दी गई थी।
ईमेल में यह भी दावा किया गया कि अदालत परिसर में दोपहर की नमाज़ के तुरंत बाद जज चैंबर में विस्फोट होगा। इसके अलावा, आईईडी उपकरणों के स्थान और उन्हें निष्क्रिय करने के लिए एक संपर्क नंबर भी दिया गया था।
यह धमकी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हाल के महीनों में आई फर्जी धमकियों की श्रृंखला का हिस्सा है। अधिकारियों ने कहा कि वे इस ईमेल के स्रोत की जांच कर रहे हैं और सभी सुरक्षा उपाय जारी हैं।