पंजाब में बाढ़ से हुई मौतों की संख्या गुरुवार को बढ़कर 55 हो गई है। इसके अलावा 111 राहत शिविरों में कुल 4,585 लोग रह रहे हैं। प्रशासन बाढ़ प्रभावित लोगों की सुरक्षा और राहत के साथ-साथ बीमारियों के फैलाव को रोकने पर भी ध्यान दे रहा है।
सरकारी विभाग जैसे स्वास्थ्य, पशु चिकित्सा और अन्य संबंधित विभाग लगातार प्रभावित इलाकों में काम कर रहे हैं। शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने रूपनगर में बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन उपायुक्त वरजीत वालिया के साथ किया। उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों के 50 प्रतिशत इलाकों की नुकसान की जांच पूरी हो चुकी है।
मलेरिया और अन्य बीमारियों से बचाव के लिए फॉग मशीनें लगाई गई हैं, नियमित स्वास्थ्य शिविर चलाए जा रहे हैं और जानवरों का इलाज और टीकाकरण भी किया जा रहा है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने गुरदासपुर जिले के प्रभावित गांवों का दौरा किया और प्रभावित परिवारों को 50-50 हजार रुपये के चेक वितरित किए।
सामाजिक सुरक्षा मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने मलोट के उन परिवारों को तत्काल वित्तीय सहायता दी, जिनके घर बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुए थे। परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर और खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री लाल चंद कटारूचक ने भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री और जरूरी सामान वितरित किया।
सरकार और अधिकारियों का लक्ष्य प्रभावित लोगों को जल्दी राहत पहुंचाना और भविष्य में बीमारियों से बचाव करना है।