भारतीय स्पिनर पीयूष चावला ने शुक्रवार को सभी तरह के क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। 36 साल के इस खिलाड़ी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक भावुक पोस्ट लिखते हुए क्रिकेट को अलविदा कहा।
चावला भारत की 2007 की टी20 और 2011 की वनडे वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा रह चुके हैं। उन्होंने भारत के लिए 3 टेस्ट, 25 वनडे और 7 टी20 मैच खेले और कुल 43 विकेट झटके। आईपीएल में वे मुंबई इंडियंस, कोलकाता नाइट राइडर्स, चेन्नई सुपर किंग्स और पंजाब किंग्स की ओर से खेले। साल 2014 में उन्होंने केकेआर को खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
अपने बयान में पीयूष ने कहा, “करीब 20 साल के क्रिकेट सफर के बाद अब वक्त है इस खूबसूरत खेल को अलविदा कहने का। भारत के लिए खेलना और दो वर्ल्ड कप जीतना मेरे लिए सबसे बड़ी उपलब्धि रही।” उन्होंने अपनी सभी आईपीएल टीमों, कोचों और फैन्स का भी शुक्रिया अदा किया।
उन्होंने अपने पिता को भी खास तौर पर याद किया और कहा कि उनके सपोर्ट के बिना ये सफर संभव नहीं होता। चावला ने यह भी कहा कि क्रिकेट उनकी जिंदगी का अहम हिस्सा रहा है और आगे भी इस खेल से किसी न किसी रूप में जुड़े रहेंगे।
पीयूष ने 15 साल की उम्र में क्रिकेट की शुरुआत की थी। उन्होंने अपने डेब्यू रणजी सीज़न (2005-06) में 35 विकेट लेकर उत्तर प्रदेश को पहली बार खिताब जिताया था। उन्होंने टेस्ट डेब्यू मार्च 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ मोहाली में किया था।
हालांकि वे भारतीय टीम में लंबे समय तक अपनी जगह नहीं बना पाए, लेकिन घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में उनका प्रदर्शन शानदार रहा। चावला ने 137 फर्स्ट क्लास मैचों में 446 विकेट, 164 लिस्ट-ए मैचों और 297 टी20 मैचों में कुल 573 विकेट लिए।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर पार्थिव पटेल ने भी उन्हें शानदार करियर के लिए बधाई दी और कहा, "मिलते हैं भाई!"