Logo

कैमरून ग्रीन ने की सर्जरी और वापसी की बात, बुमराह को बताया खास खिलाड़ी

ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपनी पीठ की सर्जरी, क्रिकेट में वापसी, और भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के असर को लेकर खुलकर बात की।

👤 Saurabh 09 Jun 2025 05:41 PM

पिछले साल अक्टूबर में जब ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन की पीठ की सर्जरी होने वाली थी, उससे ठीक पहले उन्हें एक खास व्यक्ति से संदेश मिला – वो थे भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह। यह संदेश तब आया जब बुमराह खुद भारत में टेस्ट मैच खेल रहे थे। बुमराह ने भी इससे 18 महीने पहले यही सर्जरी करवाई थी और शानदार वापसी की थी। बुमराह के अनुभव और हौसले ने ग्रीन को विश्वास दिलाया कि वह भी सही रास्ते पर हैं।

ग्रीन ने कहा कि यह उनके लिए बहुत "खास" था। उन्होंने बुमराह के साथ मुंबई इंडियंस में ज्यादा समय नहीं बिताया था, लेकिन जितना समय मिला, वो प्रेरणादायक रहा। बुमराह को सर्जरी के बाद इतना बेहतरीन खेलते देख ग्रीन को आत्मविश्वास मिला।

सर्जरी के बाद ग्रीन अभी धीरे-धीरे अपनी बॉलिंग में वापसी कर रहे हैं, लेकिन बैटिंग में उनका ध्यान और जोश साफ दिखाई देता है। उन्होंने काउंटी क्रिकेट में भी अच्छा प्रदर्शन किया और इंग्लैंड की परिस्थितियों में खुद को तैयार करने का पूरा फायदा उठाया।

उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलिया में बल्लेबाज आमतौर पर स्ट्रेट शॉट खेलते हैं, लेकिन इंग्लैंड में स्क्वायर यानी साइड की तरफ खेलना ज्यादा जरूरी होता है। वहां के खिलाड़ियों से बात करके उन्होंने बल्लेबाजी के कई नए तरीके सीखे।

ग्रीन का कहना है कि सर्जरी के बाद उनका शरीर तेजी से ठीक हुआ। दो हफ्ते के अंदर वे चलने-फिरने लगे थे, जबकि पहले यही सर्जरी करने वाले खिलाड़ी जेसन बेहरेनडॉर्फ को 7-8 हफ्ते लगे थे। उन्होंने बताया कि नई तकनीक से सर्जरी अब आसान हो गई है।

हालांकि ग्रीन को अपने साथियों को खेलते हुए देखकर दुख होता था कि वे टीम के साथ नहीं हैं, लेकिन उन्होंने इस वक्त का फायदा उठाकर परिवार के साथ समय बिताया, अपनी फिटनेस पर काम किया और बल्लेबाजी में सुधार किया।

अंत में ग्रीन ने कहा कि जब उन्होंने बुमराह को खेलते हुए देखा और उनकी शानदार वापसी को महसूस किया, तो उन्हें भी लगा कि उन्होंने सर्जरी का सही फैसला लिया है।

अब कैमरून ग्रीन नए जोश और आत्मविश्वास के साथ मैदान पर लौटने को तैयार हैं – बल्ले से टीम को मजबूती देने और जल्द ही गेंदबाजी में भी वापसी करने।