नेपाल इन दिनों बड़े राजनीतिक संकट से गुजर रहा है. भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया बैन के खिलाफ जनरेशन-Z के प्रदर्शनों ने देश की सत्ता हिला दी और सरकार को सत्ता से बाहर होना पड़ा. इस हालात में देश की बागडोर संभालने की जिम्मेदारी पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को दी गई है.
न्यूज18 को दिए इंटरव्यू में सुशीला कार्की ने भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर सकारात्मक राय रखी. उन्होंने कहा, “मोदी जी को नमस्कार, मेरे जेहन में मोदी जी के लिए अच्छा इंप्रेशन है.” कार्की का यह बयान साफ करता है कि वे भारत की नीतियों और नेतृत्व से प्रभावित हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भारत और नेपाल का रिश्ता बेहद पुराना है, जिसमें रिश्तेदारों और दोस्तों की गहरी भागीदारी रही है.
सुशीला कार्की ने बताया कि उन्हें युवाओं का पूरा समर्थन मिल रहा है. खासकर जनरेशन-Z ने मतदान और समर्थन देकर उन्हें आगे लाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि यह उनके लिए सम्मान की बात है और वह युवाओं की अपील को ठुकरा नहीं सकतीं.
कार्की का मानना है कि नेपाल की राजनीति हमेशा संघर्षों और उतार-चढ़ाव से भरी रही है. उन्होंने इसे देश के लिए नई शुरुआत का समय बताया और कहा कि वह नेपाल को विकास की दिशा में आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगी.
उन्होंने साफ कहा कि उनकी प्राथमिकता देश में शांति और स्थिरता कायम करना है. हालिया प्रदर्शनों में 20 छात्रों की मौत को दुखद करार देते हुए कार्की ने बताया कि सेना ने हालात को काफी हद तक काबू में कर लिया है.
कार्की ने यह भी जोड़ा कि हालांकि उनके नाम पर सहमति बनी है, लेकिन इसे अभी अंतरिम रूप से देखा जाना चाहिए. अंतिम घोषणा जल्द हो सकती है और राजनीतिक समीकरणों के हिसाब से इसमें बदलाव भी संभव है.
नेपाल के इस कठिन समय में सुशीला कार्की का नेतृत्व देश को नई दिशा दे सकता है. भारत के प्रति उनका सकारात्मक रुख यह संकेत देता है कि आने वाले समय में दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत हो सकते हैं.