22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक भयानक आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी। इस हमले को लेकर अब FATF (Financial Action Task Force) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
FATF ने कहा कि आतंकवादी हमलों के पीछे पैसे और आर्थिक मदद का बहुत बड़ा हाथ होता है। उसके मुताबिक, “ऐसे हमले बिना फंडिंग और सपोर्टर्स के नहीं हो सकते।”
उन्होंने पहलगाम हमले को "क्रूर" बताया और इसकी कड़ी निंदा की। साथ ही कहा कि दुनिया भर में आतंकियों को पैसा पहुंचाने के तरीकों को बंद करना जरूरी है।
FATF ने पाकिस्तान का नाम नहीं लिया, लेकिन यह साफ कहा कि वह अब आतंकी फंडिंग रोकने के लिए नया सिस्टम तैयार करेगा और सभी देशों के कदमों की जांच करेगा कि वो कितने असरदार हैं।
भारत ने पहलगाम हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा और उसके साथी संगठन TRF को जिम्मेदार बताया है। भारत ने FATF से मांग की है कि पाकिस्तान को फिर से "ग्रे लिस्ट" में डाला जाए।
FATF ग्रे लिस्ट में उन देशों को डालता है जो आतंकियों की फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग रोकने में नाकाम रहते हैं।
पाकिस्तान को पहली बार 2008 में डाला गया
फिर 2010 में हटाया गया
2012 में दोबारा डाला, 2015 में हटाया
फिर से 2018 में डाला गया और 2022 में हटाया गया
अभी 24 देश FATF की ग्रे लिस्ट में हैं।
FATF का बयान भारत के लिए एक साफ संदेश है कि दुनिया अब आतंक की फंडिंग पर गंभीर है। भारत ने पाकिस्तान पर फिर से दबाव बढ़ाया है, और आने वाले दिनों में उसे फिर ग्रे लिस्ट में डाले जाने की पूरी संभावना है।