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डार्क वेब से भेजी जा रही हैं Golden Temple को धमकियां! पुलिस के भी उड़े होश

अमृतसर स्थित श्री हरिमंदिर साहिब (श्री दरबार साहिब) को लेकर लगातार मिल रही धमकियों ने सुरक्षा एजेंसियों और धार्मिक संगठनों की चिंता बढ़ा दी है. अब तक शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) को 10 से ज्यादा धमकी भरे ईमेल मिल चुके हैं.

👤 Golu Dwivedi 24 Jul 2025 12:50 PM

अमृतसर स्थित श्री हरिमंदिर साहिब (श्री दरबार साहिब) को लेकर लगातार मिल रही धमकियों ने सुरक्षा एजेंसियों और धार्मिक संगठनों की चिंता बढ़ा दी है. अब तक शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) को 10 से ज्यादा धमकी भरे ईमेल मिल चुके हैं. ताजा जानकारी के मुताबिक ये ईमेल डार्क वेब के जरिए भेजे जा रहे हैं, जिससे इन्हें ट्रेस करना लगभग असंभव हो गया है.

SGPC की ओर से मामले में पुलिस और साइबर एजेंसियों को सूचित किया गया है। वहीं, पंजाब पुलिस और साइबर सेल की टीमें इस संवेदनशील मसले को लेकर हर एंगल से जांच कर रही हैं. मामला इसलिए भी गंभीर है क्योंकि दरबार साहिब सिख आस्था का सबसे पवित्र स्थल है और इसे लेकर ऐसी धमकियां समुदाय को आक्रोशित कर सकती हैं.

डार्क वेब से भेजी गई धमकियां

सूत्रों के अनुसार, भेजे गए सभी धमकी भरे ईमेल्स डार्क वेब के जरिए भेजे गए हैं. डार्क वेब एक ऐसा इंटरनेट क्षेत्र है जिसे सर्फेस वेब से नहीं देखा जा सकता और वहां तक पहुंचने के लिए खास ब्राउज़र जैसे Tor Browser का इस्तेमाल करना पड़ता है. यह ब्राउज़र Onion Routing तकनीक पर काम करता है, जो यूज़र्स की पहचान और आईपी ऐड्रेस को छुपा देता है. इस तकनीक की वजह से ईमेल भेजने वाले की लोकेशन और असली पहचान ट्रेस कर पाना लगभग नामुमकिन हो गया है. यही वजह है कि जांच एजेंसियों को अपराधी तक पहुंचने में खासी मुश्किलें आ रही हैं.

SGPC ने बढ़ाई सतर्कता

SGPC के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हम इस पूरे मामले को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं और अपने स्तर पर भी सुरक्षा इंतजामों को सख्त किया गया है. उन्होंने कहा कि SGPC गुरुद्वारों की गरिमा और सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेगी.

सुरक्षा एजेंसियों की चौकसी

पुलिस सूत्रों ने बताया कि राज्य की साइबर क्राइम यूनिट और खुफिया एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है। धमकियों के मद्देनज़र दरबार साहिब के आसपास सुरक्षा घेरा और मजबूत किया गया है. पुलिस डार्क वेब एक्सपर्ट्स की भी मदद ले रही है ताकि Tor ब्राउज़र से भेजी गई ईमेल्स की कोई कड़ी पकड़ी जा सके.

डार्क वेब क्या है और क्यों है खतरनाक?

इंटरनेट का केवल 4% हिस्सा ही सर्फेस वेब होता है, जिसे हम गूगल या अन्य सर्च इंजन पर रोज़ाना इस्तेमाल करते हैं। लेकिन शेष 96% हिस्सा डीप वेब और डार्क वेब में शामिल होता है. डार्क वेब पर कई गैरकानूनी गतिविधियाँ संचालित होती हैं जैसे हथियारों की खरीद-फरोख्त, ड्रग्स, फर्जी दस्तावेज, और साइबर क्राइम. इसी माध्यम से अब धार्मिक स्थलों को भी निशाना बनाया जा रहा है, जो एक गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौती बनता जा रहा है.

धार्मिक भावनाओं से न खेलें - SGPC

SGPC ने केंद्र और राज्य सरकार से अपील की है कि ऐसे मामलों को गंभीरता से लें और जो भी असामाजिक तत्व डार्क वेब का इस्तेमाल कर धार्मिक स्थलों को निशाना बना रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो. हम किसी भी कीमत पर श्री दरबार साहिब की सुरक्षा से समझौता नहीं करेंगे। यह हमारी आस्था का प्रतीक है और इसकी गरिमा बनाए रखना हमारा कर्तव्य है.