Logo

तेज प्रताप यादव को वैशाली में भारी विरोध! आरजेडी समर्थकों ने काफिला खदेड़ा, लगे ‘तेजस्वी जिंदाबाद’ के नारे

Bihar Chunav 2025: वैशाली के महनार में तेज प्रताप यादव को भारी विरोध का सामना करना पड़ा. आरजेडी समर्थकों ने ‘तेजस्वी भैया जिंदाबाद’ के नारे लगाते हुए उनके काफिले को खदेड़ दिया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

👤 Samachaar Desk 30 Oct 2025 02:38 PM

बिहार की राजनीति में एक बार फिर बवाल मच गया है. आरजेडी से निष्कासित तेज प्रताप यादव को बुधवार (29 अक्टूबर 2025) को वैशाली में जनता का नहीं, बल्कि आरजेडी समर्थकों का विरोध झेलना पड़ा. ये विरोध उस वक्त हुआ जब तेज प्रताप जनशक्ति जनता दल के उम्मीदवार जय सिंह राठौर के लिए वोट मांगने महनार पहुंचे थे.

सभा खत्म होने के बाद जब तेज प्रताप का काफिला वहां से निकलने लगा, तभी भीड़ में मौजूद आरजेडी कार्यकर्ताओं ने “लालू यादव जिंदाबाद”, “तेजस्वी भैया जिंदाबाद” जैसे नारे लगाने शुरू कर दिए. विरोध इतना बढ़ गया कि भीड़ ने उनके काफिले को कुछ दूर तक खदेड़ दिया.

कैसे भड़का विरोध

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तेज प्रताप यादव महनार विधानसभा के हीरानंद उच्च विद्यालय के मैदान में जनसभा करने पहुंचे थे. शाम करीब 5 बजे उन्होंने जनता को संबोधित किया और जेजेडी उम्मीदवार के लिए समर्थन मांगा. लेकिन जैसे ही वे वापस लौटने लगे, तभी आरजेडी समर्थकों का एक झुंड उनके काफिले के पास पहुंच गया और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. कई लोगों ने लालटेन छाप जिंदाबाद और तेजस्वी यादव अमर रहें के नारे लगाए.

बताया जा रहा है कि स्थिति कुछ देर के लिए तनावपूर्ण हो गई थी. मौके पर मौजूद तेज प्रताप के समर्थकों ने भीड़ को रोकने की कोशिश की, लेकिन आरजेडी के समर्थक काफिले के पीछे-पीछे नारे लगाते हुए चलते रहे.

वायरल हुआ वीडियो

इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि सैकड़ों की संख्या में लोग तेज प्रताप के काफिले को घेरते और खदेड़ते हुए नजर आ रहे हैं.

उम्मीदवार जय सिंह राठौर ने आरजेडी पर लगाया आरोप

जेजेडी उम्मीदवार जय सिंह राठौर ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “आरजेडी के प्रत्याशी घबरा गए हैं. उन्होंने पैसे और शराब बांटकर कुछ लोगों को पीछे लगा दिया ताकि माहौल खराब किया जा सके. दो-चार लफंगों के शोर से हम डरने वाले नहीं हैं.”

तेज प्रताप यादव का यह विरोध उनके राजनीतिक सफर के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. कभी आरजेडी की रैलियों में भीड़ खींचने वाले तेज प्रताप अब उसी पार्टी के समर्थकों के विरोध का सामना कर रहे हैं.