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राजनीति नहीं सेवा है मेरा धर्म, छठ पर पवन सिंह का बड़ा बयान! बिहार चुनाव में निभाएंगे अहम रोल”

Bihar Election 2025: भोजपुरी सुपरस्टार और बीजेपी नेता पवन सिंह ने छठ पूजा पर बिहारवासियों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि राजनीति उनके लिए समाज सेवा का माध्यम है, न कि सत्ता की चाह.

👤 Samachaar Desk 28 Oct 2025 02:32 PM

भोजपुरी सुपरस्टार और बीजेपी नेता पवन सिंह ने छठ पूजा के मौके पर बिहारवासियों को शुभकामनाएं देते हुए लोगों का दिल जीत लिया. उन्होंने कहा कि छठ महापर्व बिहार की आस्था, संस्कार और एकता का प्रतीक है. इस पर्व पर हर घर में श्रद्धा और भक्ति का माहौल बनता है, जो समाज को जोड़ने का काम करता है.

छठ महापर्व पर पवन सिंह का संदेश

पवन सिंह ने कहा, “मैं सभी बिहारवासियों को छठ महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. यह पर्व हमारे जीवन में समृद्धि, ऊर्जा और खुशियां लेकर आए. छठी मैया की कृपा से बिहार और देश में सुख-शांति बनी रहे.” उन्होंने अपने पैतृक क्षेत्र में पहुंचकर श्रद्धालुओं से मुलाकात की और लोगों से आशीर्वाद भी लिया.

“राजनीति मेरे लिए समाज सेवा का माध्यम” – पवन सिंह

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर जब उनसे सक्रिय भूमिका के बारे में पूछा गया, तो पवन सिंह ने साफ कहा – “पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, मैं सेवा भाव से निभाऊंगा. राजनीति मेरे लिए समाज सेवा का माध्यम है, न कि व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा का साधन.” उन्होंने आगे कहा कि वे पार्टी के सिपाही हैं और जो आदेश मिलेगा, उसे निष्ठा से पूरा करेंगे.

एनडीए के विकास कार्यों की तारीफ

भोजपुरी सुपरस्टार ने कहा कि बिहार में एनडीए सरकार ने विकास के कई कार्य किए हैं, और जनता उन कामों को देख रही है. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग सिर्फ वादे करते हैं, वे बिहार की असली भावना नहीं समझते. “हम काम करने में विश्वास रखते हैं, बोलने में नहीं,” उन्होंने कहा.

मतदाताओं से अपील – “विकास के पक्ष में वोट दें”

पवन सिंह ने लोगों से अपील की कि वे लोकतंत्र के इस पर्व में भाग लें और विकास के पक्ष में मतदान करें. उन्होंने कहा कि जैसे छठ पूजा हमें एकजुट करती है, वैसे ही लोकतंत्र हमें एक मजबूत भारत की दिशा में ले जाता है.

चुनावी चर्चाओं में पवन सिंह का नाम

उनके इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है कि पवन सिंह को एनडीए प्रचार अभियानों में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, उन्हें युवा और भोजपुरी भाषी मतदाताओं को जोड़ने की जिम्मेदारी दी जा सकती है.