संसद का मानसून सत्र इस समय जोरों पर है और मंगलवार को इसका सातवां दिन था। इस दिन संसद में "ऑपरेशन सिंदूर" को लेकर चर्चा जारी रही। यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की तरफ से की गई जवाबी कार्रवाई थी। इस हमले में 26 निर्दोष लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।
लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत ही ऑपरेशन महादेव चलाया गया, जिसमें तीन बड़े आतंकियों को मार गिराया गया। ये आतंकी पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे और एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की A-ग्रेड सूची में शामिल थे।
शाह के बयान के बाद संसद में इस मुद्दे पर बहस फिर से शुरू हो गई। दूसरी ओर, राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई क्योंकि वहां भी इस मुद्दे पर लंबी बहस चल रही थी।
विपक्ष की ओर से प्रियंका गांधी ने सरकार से कड़े सवाल किए। उन्होंने कहा कि सरकार यह तो बता रही है कि आतंकियों को मारा गया, लेकिन ये नहीं बता रही कि हमला कैसे हो गया। उन्होंने यह भी पूछा कि जब हमला हुआ, तो वहां सुरक्षा क्यों नहीं थी? प्रियंका गांधी ने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि इतनी बड़ी चूक कैसे हुई?
वहीं, सपा नेता अखिलेश यादव ने दावा किया कि भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की घोषणा सबसे पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर की थी, जबकि भारत सरकार ने उस समय तक कुछ नहीं कहा था।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने बयान में कहा कि एक दिन ऐसा जरूर आएगा जब पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) भारत का हिस्सा बनेगा, और वहां के लोग भारतीय लोकतंत्र का हिस्सा होंगे।
इस तरह मंगलवार का संसद सत्र देश की सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के मुद्दों पर केंद्रित रहा, जिसमें सत्ता और विपक्ष दोनों तरफ से तीखी बहस देखने को मिली।