आज के डिजिटल युग में हम रोजमर्रा की लगभग हर जरूरत ऑनलाइन पूरी कर सकते हैं. कपड़े, ग्रोसरी, इलेक्ट्रॉनिक्स के बाद अब दवाइयां भी घर बैठे मोबाइल से ऑर्डर की जा सकती हैं. खासकर बुजुर्गों, बीमार व्यक्तियों या दूर-दराज के इलाकों में रहने वालों के लिए यह सुविधा काफी मददगार साबित हो रही है.
हालांकि, इस सुविधा के साथ कुछ जोखिम भी आते हैं. बिना सही जानकारी के ऑनलाइन दवा खरीदना न सिर्फ पैसों का नुकसान कर सकता है, बल्कि आपकी सेहत के लिए खतरनाक भी हो सकता है.
ऑनलाइन दवाइयां खरीदते समय सबसे बड़ा खतरा नकली या एक्सपायर्ड दवाओं का होता है. कई बार लोग सस्ते ऑफर या अनजान वेबसाइट्स पर भरोसा कर लेते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकता है.
इससे बचने के लिए हमेशा रजिस्टर्ड और ऑथराइज्ड ई-फार्मेसी से ही दवा मंगवाएं. ऑर्डर करने से पहले वेबसाइट की वैधता, ग्राहक रिव्यू और रेटिंग जरूर चेक करें. दवा मिलने पर उसकी पैकिंग, सील, मैन्युफैक्चरिंग डेट और एक्सपायरी डेट ध्यान से जांचें. अगर दवा पहले से खुली हो या पैकिंग टूटी हो, तो उसे इस्तेमाल करने से बचें और तुरंत रिटर्न करें.
कई लोग ऑनलाइन आसानी के चक्कर में बिना डॉक्टर की सलाह के दवाएं ऑर्डर कर लेते हैं. लेकिन याद रखें – हर दवा की अपनी डोज, टाइमिंग और साइड इफेक्ट्स होते हैं. इसलिए प्रिस्क्रिप्शन के बिना दवा मंगाना जोखिम भरा हो सकता है.
कोई भी सही प्लेटफॉर्म आपसे डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन अपलोड करने के लिए कहेगा. अगर कोई वेबसाइट बिना प्रिस्क्रिप्शन दवाएं बेच रही है, तो वह भरोसे के लायक नहीं है.
ऑनलाइन पेमेंट करते समय भी सुरक्षा का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. हमेशा सिक्योर पेमेंट गेटवे का उपयोग करें. अगर संभव हो तो कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प चुनें. अपनी बैंक डिटेल्स, कार्ड नंबर या OTP किसी के साथ शेयर न करें. अनजान लिंक से ऑर्डर करने से बचें क्योंकि इससे साइबर फ्रॉड का खतरा भी बढ़ जाता है.
ऑनलाइन दवा खरीदना एक सुविधाजनक विकल्प जरूर है, लेकिन यह आम शॉपिंग से कहीं ज्यादा संवेदनशील मामला है. इसलिए हर कदम पर सावधानी रखें, सही प्लेटफॉर्म चुनें और डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवा न लें.