क्या आपको बिना किसी वजह के बार-बार गुस्सा आता है या आपका मूड एकदम अचानक बदल जाता है? इसे केवल व्यवहारिक समस्या समझने की गलती बिल्कुल न करें. अक्सर इसके पीछे ब्लड शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव जिम्मेदार होता है. सही खानपान और लाइफस्टाइल अपनाने से आप न केवल अपने मूड को शानदार बना सकते हैं, बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी संतुलित रख सकते हैं और साथ ही आपका शरीर भी स्वस्थ रह सकता है.
ब्लड शुगर यानी शरीर में मौजूद ग्लूकोज का स्तर हमारे दिमाग को एनर्जी देने और मूड को बैलेंस करने में अहम भूमिका निभाता है. जब यह सामान्य रहता है, तो ब्रेन को लगातार ऊर्जा मिलती रहती है, जिससे मूड स्थिर रहता और नार्मल है. लेकिन अचानक शुगर लेवल गिरने पर (हाइपोग्लाइसीमिया) दिमाग को ऊर्जा नहीं मिलती और नतीजतन गुस्सा, बेचैनी, घबराहट या भ्रम जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
जब ब्लड शुगर अचानक कम होता है, तो शरीर इसे खतरे की स्थिति मानता है और फाइट-ऑर-फ्लाइट मोड में एक्टिव हो जाता है. इस दौरान एड्रेनालिन और कोर्टिसोल जैसे हार्मोन रिलीज होते हैं, जिससे दिल की धड़कन बढ़ती है, बेचैनी और गुस्सा बढ़ जाता है. यही कारण है कि लोग भूखे होने पर गुस्से में आ जाते हैं- इसे आजकल के जमाने में ‘हैंगरी’ (Hungry + Angry) कहा जाता है.
सिर्फ कम शुगर ही नहीं, बल्कि ज्यादा ब्लड शुगर (हाइपरग्लाइसीमिया) भी मूड को प्रभावित करता है. लंबे समय तक हाई शुगर दिमाग की केमिस्ट्री बदल देता है, जिससे थकान, फोकस में कमी और चिड़चिड़ापन, गुस्सा जैसा महसूस होने लगता है.
डायबिटीज के मरीजों को शुगर फ्लक्चुएशन ज्यादा होता है, इसलिए मूड स्विंग्स आम हैं. जो लोग अनियमित खानपान, लंबा उपवास या ज्यादा मीठा खाने की आदत रखते हैं, उन्हें भी यह समस्या हो सकती है