टहलना यानी वॉकिंग, एक ऐसी सरल लेकिन असरदार आदत है जो आपकी ओवरऑल फिटनेस और मानसिक स्वास्थ्य को जबरदस्त तरीके से सुधार सकती है. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि यह आदत न सिर्फ हार्ट डिजीज और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों के खतरे को कम करती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य, ब्रेन फंक्शन और नींद में भी सुधार लाती है. लेकिन सवाल ये है कि टहलने का सबसे अच्छा समय कौन सा है सुबह या शाम? आइए जानते हैं दोनों समय के फायदे.
फिटनेस एक्सपर्ट के मुताबिक, अगर आप सुबह खाली पेट टहलते हैं, तो यह फैट बर्निंग के लिए ज्यादा प्रभावी होता है. खासतौर पर ओबीस यानी मोटापे से ग्रसित लोगों के लिए यह बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है.
1. ब्रेन फंक्शन में सुधार: सुबह टहलने से ब्रेन में ब्लड फ्लो बेहतर होता है, जिससे बुजुर्गों में कॉग्निटिव लॉस का खतरा कम होता है.
2. एनर्जी बूस्ट: सुबह की सैर कोर्टिसोल लेवल को बढ़ाकर दिनभर के लिए ऊर्जा देती है.
3. बेहतर नींद: मेलाटोनिन हार्मोन के स्राव को बढ़ावा देकर नींद को रेगुलेट करती है.
4. ब्लड शुगर कंट्रोल: खाने के बाद टहलना ग्लूकोज कंट्रोल और हार्ट डिजीज के रिस्क को कम करता है.
अगर आपकी दिनचर्या सुबह टहलने की इजाजत नहीं देती, तो शाम की सैर भी उतनी ही फायदेमंद हो सकती है.
1. तनाव कम करता है: दिनभर के तनाव को दूर करने में शाम की सैर कारगर होती है.
2. मूड सुधारता है: एंग्जायटी और डिप्रेशन के लक्षणों को कम करता है.
3. ब्लड प्रेशर और लिपिड प्रोफाइल में सुधार: दिल के लिए अच्छा असर दिखाता है.
एक्सपर्ट कहते हैं कि आपके लिए सबसे अच्छा समय वह है जो आपकी लाइफस्टाइल और हेल्थ गोल्स के मुताबिक हो. जरूरी बात ये है कि आप इसे अपनी आदत बनाएं. नियमित रूप से वॉक करना ही असली जीत है चाहे सुबह हो या शाम.