क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी थाली में रोज़ आने वाला आलू आपकी सेहत के लिए जानलेवा भी हो सकता है? हेल्थ कोच मनकीरत कौर के मुताबिक, हाल ही में तीन लोगों की मौत एक खास तरह के जहरीले आलू के सेवन से हो गई. यह सुनकर भले ही हैरानी हो, लेकिन यह सच्चाई है कि अगर आलू की सही पहचान और स्टोरेज की जानकारी न हो, तो यह बेहद खतरनाक साबित हो सकता है.
हमारे घरों में एक साथ ढेर सारे आलू आते हैं और अक्सर महीनों तक स्टोर भी रहते हैं. हेल्थ कोच बताती हैं कि दो तरह के आलू खाने से खासतौर पर बचना चाहिए,
1. हरे धब्बे वाले आलू
2. अंकुरित आलू (जिसमें "आलू की आंखें" निकल आई हों).
ऐसे आलू 'सोलानिन' नामक जहरीले तत्व से भर जाते हैं, जो शरीर के लिए बेहद हानिकारक है.
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क्या है 'सोलानिन' और इसका असर?
जब आलू को लंबे समय तक रोशनी में या गलत तापमान पर रखा जाता है, तो उसमें सोलानिन बनने लगता है. यह एक प्राकृतिक टॉक्सिन है जो पौधे खुद को कीड़ों और बैक्टीरिया से बचाने के लिए बनाते हैं. इस टॉक्सिन के सेवन से निम्न लक्षण हो सकते हैं:
1. उल्टी और मतली
2. पेट दर्द
3. सिरदर्द
4. हृदय गति का अनियमित होना
5. गंभीर मामलों में मौत तक हो सकती है
कैसे करें आलू को सुरक्षित स्टोर?
1. आलू को हमेशा ठंडी, सूखी और अंधेरी जगह पर रखें.
2. सीधे लाइट या धूप में स्टोर न करें, इससे उनमें सोलानिन बनने लगता है.
3. फ्रिज में स्टोर न करें, इससे आलू की संरचना पर असर पड़ता है.
4. प्याज के साथ न रखें, इससे दोनों सब्जियों की शेल्फ लाइफ कम हो जाती है.
5. घर में स्टॉक किए आलुओं की नियमित जांच करें, और खराब, हरे या अंकुरित आलू को तुरंत हटा दें.
आलू जितना स्वादिष्ट है, उतना ही सावधानीपूर्वक खाने लायक भी है. अगली बार जब आप आलू छीलने बैठें, तो ज़रा ध्यान दें कहीं वो हरे या अंकुरित तो नहीं? क्योंकि कभी-कभी ज़रा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है.
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