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अब Doctors ही Doctors! NTA ने NEET 2025 का रिजल्ट किया OUT, देखें Result

NEET UG Result 2025: एनटीए ने नीट यूजी 2025 रिजल्ट जारी कर दिया है. परीक्षार्थी neet.nta.nic.in पर जाकर परिणाम चेक कर सकते हैं. इसके अलावा रिजल्ट स्टूडेंट्स को उनके ईमेल पर भी भेजा जा रहा है

👤 Sagar 14 Jun 2025 01:20 PM

NEET UG Result 2025: एनटीए ने नीट यूजी 2025 रिजल्ट जारी कर दिया है. परीक्षार्थी neet.nta.nic.in पर जाकर परिणाम चेक कर सकते हैं. इसके अलावा रिजल्ट स्टूडेंट्स को उनके ईमेल पर भी भेजा जा रहा है. राजस्थान के हनुमानगढ़ के महेश केसवानी की पहली और इंदौर के उत्कर्ष अवधिया की सेकेंड रैंक आई है. इससे पहले एनटीए ने नीट यूजी की फाइनल आंसर-की जारी की. जिसमें 2 प्रश्नों के दो दो उत्तर दिए गए.

जिन स्टूडेंट्स ने दोनों उत्तरों में किसी को भी मार्क किया होगा. उन्हें अंक मिल जाएंगे. फाइनल आंसर की में केवल 1 सवाल का जवाब बदला है. बुकलेट 45 की प्रोविजनल आंसर की में सवाल नंबर 40 का सही ऑप्शन 2 था, फाइनल आंसर की में 1, 2 दोनों ऑप्‍शन सही बताए गए हैं. बुकलेट 46 में सवाल नंबर 14 का सही जवाब 1 से बदलकर 1,4 किया गया है। बुकलेट 47 में इसी तरह सवाल नंबर 20 का सही ऑप्‍शन 3 से बदलकर 2,3 किया गया है, जबकि बुकलेट 48 में सवाल नंबर 15 का सही ऑप्‍शन 4 से बदलकर 3, 4 किया गया है.

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट यूजी 2025 के नतीजे घोषित कर दिए हैं और आंकड़े चौंकाने वाले हैं. इस साल परीक्षा में 2.27 करोड़ से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा माना जा रहा है. इसमें से 22 लाख से ज़्यादा उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए और 12.36 लाख छात्र-छात्राएं सफल घोषित किए गए हैं।

कितनों ने दिया एग्जाम, कितनों ने किया क्लियर?

रजिस्ट्रेशन कराने वाले कुल छात्र: 22,76,069

परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र: 22,09,318

उत्तीर्ण होने वाले छात्र: 12,36,531

इसका मतलब साफ है- हर दो में से एक छात्र पास!

टॉपर कौन बना?

इस साल NEET टॉपर बने हैं महेश कुमार, जिन्होंने पूरे देश में पहला स्थान हासिल किया है. वहीं दूसरे नंबर पर हैं उत्कर्ष अवधिया। लेकिन जो बात सबसे अलग रही, वो ये कि टॉप 10 की लिस्ट में केवल एक लड़की – अविका अग्रवाल ने अपना नाम दर्ज कराया है, जिन्होंने सातवां स्थान हासिल कर धमाका कर दिया।

लड़कियों की भागीदारी और प्रदर्शन पर चर्चा

इस बार भी परीक्षा में लड़कियों की भागीदारी काफी रही, लेकिन टॉपर लिस्ट में प्रतिनिधित्व बेहद कम देखने को मिला। इससे मेडिकल एंट्रेंस के जेंडर गैप पर एक बार फिर बहस शुरू हो सकती है.