गुरुवार दोपहर, अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ी एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 महज चंद सेकंड बाद ही आसमान से जमीन पर आ गिरी. हादसे में 274 लोगों की मौत हो चुकी है. जिनमें 230 यात्री, 10 क्रू मेंबर्स, 2 पायलट और ज़मीन पर मौजूद कई मेडिकल स्टूडेंट और स्थानीय निवासी शामिल हैं.
हादसे के चंद सेकंड पहले कैप्टन सुमित सभरवाल ने एटीसी को आखिरी संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने कहा कि 'मे डे... नो पावर... नो थ्रस्ट... गोइंग डाउन..." यह रिकॉर्डिंग महज 5 सेकंड की थी लेकिन उसकी गूंज अब पूरे देश में सुनाई दे रही है.
दोपहर 1:30 बजे, लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद ही विमान ने तेजी से ऊंचाई खोनी शुरू की. अहमदाबाद के मेघानीनगर इलाके में स्थित एक मेडिकल कॉलेज की हॉस्टल बिल्डिंग पर विमान गिरा. जगह-जगह ब्लास्ट हुआ, ब्लैक स्मोक और चीख-पुकार की आवाज़ों से इलाका थर्रा उठा.
एक ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है. दूसरा ब्लैक बॉक्स और डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (DVR) अभी भी खोजे जा रहे हैं. NIA समेत केंद्रीय एजेंसियों ने क्रैश साइट का मुआयना किया है.
क्या ये सिर्फ टेक्निकल फेलियर था?
क्या इंजन में साज़िशन छेड़छाड़ की गई?
क्या कोई सॉफ्टवेयर हैकिंग हुई?
या फिर ये प्योर मेकैनिकल फेलियर था?
हादसे में पूर्व गुजरात मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की मौत भी हुई. सिर्फ एक यात्री बचा है. जो भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक हैं. अब तक की सबसे बड़ी चिंता है. पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाना और हादसे की असल वजह को सामने लाना.