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Navratri 2025 Mantra : जानिए नौ दिनों के मंत्र और पूजा विधि जिससे मां दुर्गा की कृपा से मिलेगा जीवन में सुख-शांति

Navratri 2025 Mantra: नवरात्रि 2025 में नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा होती है. प्रत्येक दिन के विशेष मंत्र जाप से शक्ति, शांति, समृद्धि और जीवन की बाधाओं से मुक्ति मिलती है.

👤 Samachaar Desk 21 Sep 2025 08:56 PM

Navratri 2025 Mantra: नवरात्रि का पर्व मां दुर्गा और उनके नौ स्वरूपों को समर्पित है. हर साल की तरह 2025 में भी यह पावन पर्व बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाएगा. नौ दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में हर दिन मां के एक अलग रूप की पूजा की जाती है और उनके विशेष मंत्रों का जाप करने से जीवन में शक्ति, शांति और सफलता मिलती है.

पहला दिन: मां शैलपुत्री

नवरात्रि का पहला दिन मां शैलपुत्री को समर्पित है. वे पर्वतराज हिमालय की पुत्री और स्थिरता का प्रतीक हैं. मंत्र: ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः महत्व: यह मंत्र साधक को स्थिरता, धैर्य और कठिन परिस्थितियों से लड़ने की शक्ति देता है.

दूसरा दिन: मां ब्रह्मचारिणी

यह दिन तपस्या और संयम की देवी मां ब्रह्मचारिणी के नाम होता है. मंत्र: ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः महत्व: मंत्र जाप से आत्मबल बढ़ता है और व्यक्ति एकाग्र होकर अपने लक्ष्यों की प्राप्ति करता है.

तीसरा दिन: मां चंद्रघंटा

मां चंद्रघंटा साहस और वीरता की प्रतीक मानी जाती हैं. मंत्र: ॐ देवी चंद्रघंटायै नमः महत्व: यह मंत्र भय को दूर करता है और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करता है.

चौथा दिन: मां कूष्माण्डा

माना जाता है कि मां कूष्माण्डा ने अपनी हंसी से ब्रह्मांड की रचना की थी. मंत्र: ॐ देवी कूष्माण्डायै नमः महत्व: इनके मंत्र से जीवन में सुख-शांति और स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है.

पांचवां दिन: मां स्कंदमाता

मां स्कंदमाता वात्सल्य और मातृत्व की देवी हैं. मंत्र: ॐ देवी स्कंदमात्रै नमः महत्व: यह मंत्र पारिवारिक सुख, संतान सुख और घर में शांति का संचार करता है.

छठा दिन: मां कात्यायनी

मां कात्यायनी विवाह और विजय की देवी मानी जाती हैं. मंत्र: ॐ देवी कात्यायन्यै नमः महत्व: विवाह में आने वाली रुकावटें दूर होती हैं और सफलता प्राप्त होती है.

सातवां दिन: मां कालरात्रि

ये देवी अंधकार और दुष्ट शक्तियों का नाश करती हैं. मंत्र: ॐ देवी कालरात्र्यै नमः महत्व: मंत्र जाप से बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा होती है.

आठवां दिन: मां महागौरी

मां महागौरी पवित्रता और समृद्धि का प्रतीक हैं. मंत्र: ॐ देवी महागौर्यै नमः महत्व: साधक को पापों से मुक्ति और आर्थिक समृद्धि की प्राप्ति होती है.

नवां दिन: मां सिद्धिदात्री

अंतिम दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा होती है. मंत्र: ॐ देवी सिद्धिदात्र्यै नमः महत्व: इनके मंत्र से सभी सिद्धियां और ज्ञान की प्राप्ति होती है.

नवरात्रि का आध्यात्मिक महत्व

नवरात्रि शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है. यह पर्व हमें सिखाता है कि साधना, मंत्र-जाप और भक्ति से जीवन में न केवल मानसिक शांति आती है बल्कि हर प्रकार की बाधा दूर होकर सफलता और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. इसकी वैज्ञानिक पुष्टि टीवी9 भारतवर्ष नहीं करता.