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Dhanteras 2025 : धनतेरस पर गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति खरीदना शुभ या अशुभ? जानिए सही दिन, समय और परंपराएं

Dhanteras 2025 : धनतेरस पर गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति खरीदना शुभ माना जाता है. मिट्टी या धातु की मूर्ति लें, पूजा स्थल साफ करें और शुभ मुहूर्त में ही खरीदारी करें. अमावस्या के बाद खरीदना अशुभ होता है.

👤 Samachaar Desk 13 Oct 2025 07:24 PM

Dhanteras 2025 : जैसे ही करवा चौथ बीतता है, बाजारों में दिवाली की तैयारियां तेज हो जाती हैं. हर गली, हर दुकान सजने लगती है और लोगों की खरीदी में तेजी आ जाती है. इस उत्सव के पहले चरण के रूप में धनतेरस का पर्व आता है, जो इस बार 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा, जबकि दिवाली 20 अक्टूबर को है. इस बीच सबसे आम सवाल जो लोगों के मन में उठता है – क्या धनतेरस के दिन गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति खरीदना शुभ होता है? आइए, जानते हैं धार्मिक मान्यताओं, ज्योतिषीय दृष्टिकोण और परंपराओं के अनुसार इसका उत्तर.

धनतेरस से अमावस्या तक का समय क्यों होता है शुभ?

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, धनतेरस से लेकर दीपावली की अमावस्या तक का समय देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है. मान्यता है कि धनतेरस के दिन समुद्र मंथन से देवी लक्ष्मी का प्राकट्य हुआ था. इसी कारण यह दिन समृद्धि की शुरुआत का प्रतीक है और इसी दिन नई मूर्तियां खरीदने की परंपरा भी शुरू होती है.

क्या धनतेरस पर मूर्ति खरीदना शुभ है?

ज्योतिषाचार्य आनंद सागर पाठक के अनुसार, धनतेरस के दिन गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति खरीदना बहुत ही शुभ फलदायी माना गया है. इस दिन खरीदी गई मूर्तियों की दीपावली की रात पूजा करने से घर में लक्ष्मीजी का स्थायी वास होता है और सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है.

यदि आप धनतेरस के दिन मूर्ति नहीं खरीद पाते हैं, तो वैकल्पिक रूप से नरक चतुर्दशी (19 अक्टूबर) या दीवाली की सुबह भी मूर्ति खरीद सकते हैं. लेकिन ध्यान रखें कि अमावस्या की मध्य रात्रि के बाद मूर्ति खरीदना अशुभ माना जाता है.

मूर्ति खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें

1. मूर्ति किसकी बनी हो?

प्लास्टिक या प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्ति से बचना चाहिए क्योंकि इन्हें पर्यावरण और परंपरा दोनों के लिहाज से अच्छा नहीं माना जाता.

2. मूर्ति का स्वरूप कैसा हो?

मूर्ति के चेहरे पर शांत और प्रसन्नता का भाव होना चाहिए. लक्ष्मी जी का मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए. गणेश जी का मुख दक्षिण दिशा की ओर शुभ माना जाता है.

मूर्ति खरीदने के लिए शुभ मुहूर्त

धनतेरस की शाम को यदि गुरु या शुक्र तारा उदय में हो, तो यह समय मूर्ति खरीदने के लिए अत्यंत शुभ होता है. यह ज्योतिषीय योग लक्ष्मी कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष प्रभावशाली माना जाता है.

Disclaimer: यह लेख धार्मिक मान्यताओं और ज्योतिषीय जानकारियों पर आधारित है. इसका उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी प्रदान करना है. व्यक्तिगत निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना उचित रहेगा.