12 जून को अहमदाबाद में हुए Air India फ्लाइट AI-171 के दर्दनाक हादसे ने पूरे देश को हिला दिया. इस दुर्घटना में 241 यात्रियों की जान चली गई और केवल एक व्यक्ति ही जीवित बच पाया. इस हादसे के बाद विमानन नियामक DGCA ने एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर बेड़े की सुरक्षा जांच को और सख्त करने का आदेश जारी कर दिया है. यह कदम इसलिए भी जरूरी हो गया क्योंकि यह विमान भारत और विदेश के कई रूटों पर उड़ान भरते हैं और यात्रियों की सुरक्षा सबसे ऊपर है.
हादसे के कुछ ही समय बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल होने लगा. दावा किया गया कि यह वीडियो Air India की फ्लाइट AI-171 के अंतिम क्षणों का है, जिसमें विमान के अंदर की स्थिति और यात्रियों की बातचीत दिखाई जा रही है. वीडियो में एक शख्स एयर इंडिया एक्सप्रेस की खराब सेवाओं को लेकर शिकायत करता नजर आ रहा है.
लेकिन PIB (प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो) की फैक्ट चेक यूनिट ने इस वीडियो की सच्चाई उजागर की और साफ किया कि यह वीडियो झूठा है और AI-171 फ्लाइट से कोई संबंध नहीं रखता. दरअसल, यह क्लिप 2023 में नेपाल में यति एयरलाइंस के दुर्घटनाग्रस्त विमान का वीडियो है, जिसमें 72 लोगों की मौत हुई थी. भारत के कई मीडिया संगठनों ने भी इस दावे की पुष्टि की है.
जब देश किसी त्रासदी से जूझ रहा हो, तो गलत जानकारी और अफवाहें स्थिति को और खराब बना सकती हैं. PIB ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी सोशल मीडिया पोस्ट पर भरोसा करने से पहले उसकी सत्यता जांचें और केवल सरकारी या अधिकृत सूत्रों से ही अपडेट लें. गलत जानकारी फैलाना न सिर्फ अनैतिक है, बल्कि यह कानूनी रूप से भी सजा योग्य अपराध हो सकता है.
देश इस भयावह हादसे से उबरने की कोशिश कर रहा है. पीड़ित परिवारों को न्याय और सच्चाई की तलाश है. ऐसे में हमारा भी फर्ज बनता है कि हम सच्ची और प्रमाणिक जानकारी को ही साझा करें, और अफवाहों से दूरी बनाए रखें. Air India हादसे की जांच जारी है और DGCA इस पर कड़ी नजर बनाए हुए है.