उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल हुए. गुरुवार सुबह उन्होंने बाबा काल भैरव मंदिर में पहुंचकर शहर के कोतवाल भगवान काल भैरव का विधिवत दर्शन-पूजन किया. इसके बाद मुख्यमंत्री सीधे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने षोडशोपचार विधि से बाबा विश्वनाथ की पूजा-अर्चना कर प्रदेश और देशवासियों के सुख, समृद्धि और कल्याण की कामना की.
पूजा के दौरान मंदिर परिसर “हर-हर महादेव” के जयकारों से गूंज उठा. श्रद्धालुओं की भीड़ ने माहौल को भक्तिमय बना दिया. मुख्यमंत्री ने गर्भगृह में विशेष पूजन के साथ बाबा विश्वनाथ का अभिषेक भी किया. बताया जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने वाराणसी के विकास कार्यों और देव दीपावली की व्यवस्थाओं पर भी नजर डाली.
काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा के बाद योगी आदित्यनाथ मणिकर्णिका घाट स्थित सतुआ बाबा आश्रम पहुंचे. वहां उन्होंने आश्रम परिसर में स्थित शिव मंदिर में पूजा की और महंत संतोष दास महाराज से भेंट की. सीएम योगी ने संतों का आशीर्वाद लेकर पूरे प्रदेश की शांति, समृद्धि और जनकल्याण की प्रार्थना की. इस मौके पर राज्यमंत्री रविन्द्र जायसवाल, विधायक सौरभ श्रीवास्तव और सुशील सिंह भी मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार शाम ही वाराणसी पहुंचे थे. उन्होंने नमो घाट पर दीप प्रज्ज्वलित कर देव दीपावली महोत्सव का शुभारंभ किया. इसके बाद क्रूज से उन्होंने गंगा तटों पर जलते लाखों दीयों की अद्भुत छटा का अवलोकन किया. इस दृश्य ने पूरे घाट को रोशनी से नहला दिया. सीएम योगी ने कहा कि “काशी आज आस्था, संस्कृति और अध्यात्म का जीवंत प्रतीक बन चुकी है. यहां की परंपरा, यहां का उत्सव और यहां के लोग भारत की आत्मा का परिचय हैं.”
देव दीपावली के मौके पर काशी में भक्तों और पर्यटकों का तांता लगा रहा. मुख्यमंत्री के आगमन से श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला.