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अखिलेश यादव ने साधा निशाना! 54 साल बाद खुला मथुरा का बांके बिहारी मंदिर खजाना, BJP पर सवाल उठाए

बांके बिहारी मंदिर का तहखाना 54 साल बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर खुला. जानें क्या हैं खजाने की ऐतिहासिक और बहुमूल्य चीजें, राजनीतिक और श्रद्धालुओं की प्रतिक्रियाएं.

👤 Samachaar Desk 19 Oct 2025 01:53 PM

मथुरा में बांके बिहारी मंदिर फिर चर्चा के केंद्र में है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शनिवार, 18 अक्टूबर से मंदिर के तहखाना और खजाने की जांच शुरू हुई. यह कार्रवाई रविवार को भी जारी रहेगी. मंदिर के खजाने में बहुमूल्य और ऐतिहासिक वस्तुएं होने की संभावना जताई जा रही है. मथुरा सर्कल अधिकारी संदीप सिंह ने बताया कि पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जा रही है और इसमें फायर ब्रिगेड और एएसआई की टीमें भी मौजूद हैं.

पहली बार सार्वजनिक जांच

54 सालों बाद मंदिर का खजाना सार्वजनिक रूप से खोला गया है. सुरक्षा व्यवस्था के विशेष इंतजाम किए गए हैं और जांच में लगे अधिकारी लगभग पांच घंटे तक तहखाने में रखी चीजों की समीक्षा करेंगे. इस दौरान किसी भी गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली है. मंदिर में रोजाना हजारों श्रद्धालु आते हैं और त्योहारों के मौके पर यह संख्या और भी बढ़ जाती है.

अखिलेश यादव ने सरकार पर साधा निशाना

इस कार्रवाई पर राजनीतिक बहस भी तेज हो गई है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “भाजपा सरकार से करबद्ध आग्रह... कम-से-कम मंदिरों के खजाने तो छोड़ दें. इतना भी लालच अच्छा नहीं. दुर्भाग्यपूर्ण!” उन्होंने खजाने के बहाने भाजपा और सरकार की मंशा पर सवाल उठाए और स्थानीय लोगों के विरोध का भी समर्थन किया.

रविवार को भी जांच जारी

रविवार को भी तहखाना पांच घंटे तक खुला रहेगा. इस दौरान टीमें खजाने में रखी हर चीज का ध्यानपूर्वक निरीक्षण करेंगी. अधिकारी बता रहे हैं कि इसमें ऐतिहासिक महत्व की चीजें होने की संभावना है. पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है ताकि जांच शांतिपूर्ण तरीके से पूरी हो सके.

श्रद्धालुओं की नजरें भी लगीं

बांके बिहारी मंदिर मथुरा का प्रमुख धार्मिक स्थल है. रोजाना हजारों श्रद्धालु मंदिर आते हैं और इस बार की जांच पर लोगों की नजरें टिकी हैं. खजाने के खुलने और इसकी समीक्षा के वीडियो सोशल मीडिया पर भी साझा किए जाएंगे, जिससे हर कोई इस ऐतिहासिक पल को देख सके.