पश्चिम बंगाल की सियासत एक बार फिर गरम हो गई है। मालदा जिला तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अध्यक्ष और विधायक अब्दुर रहीम बख्शी ने भाजपा नेता शंकर घोष को भयावह धमकी दी कि अगर उन्होंने बंगाल के प्रवासी मजदूरों के बारे में विवादित बयान दोबारा दिया, तो वे उनके मुंह और चेहरे को तेजाब से जला देंगे।
यह धमकी उस कार्यक्रम के दौरान दी गई, जो बंगाली भाषी प्रवासी मजदूरों पर कथित अत्याचार के विरोध में आयोजित था। बख्शी ने आरोप लगाया कि शंकर घोष ने बंगाल के 30 लाख प्रवासी मजदूरों को “रोहिंग्या” या “बांग्लादेशी” कहकर अपमानित किया। बख्शी ने चेतावनी दी, “अगर मैंने तुम्हारे बेशर्मी भरे शब्दों को दोबारा सुना, तो मैं तुम्हारे मुंह में तेजाब डाल दूँगा और तुम्हारी आवाज जला दूँगा। यह पश्चिम बंगाल है, हमें बोलने की जगह देंगे।”
इसके अलावा, बख्शी ने मालदा के लोगों से भाजपा के झंडे फाड़ने और पार्टी का बहिष्कार करने का भी आह्वान किया। यह पहली बार नहीं है जब बख्शी ने हिंसक और धमकाने वाले बयानों का प्रयोग किया है। इससे पहले उन्होंने भाजपा, कांग्रेस और CPI(M) नेताओं को धमकाया भी है।
भाजपा नेताओं ने कड़ा विरोध जताया। प्रदीप भंडारी ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता डरेंगे नहीं, न झुकेंगे, न रुकेंगे, और वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न में विश्वास बनाए रखेंगे। मालदा उत्तर से सांसद खगेन मुर्मू ने इसे टीएमसी की “डर और धमकी की संस्कृति” करार दिया और कहा कि ऐसे बयान केवल सुर्खियों में बने रहने के लिए दिए जाते हैं।
इस घटना ने बंगाल की राजनीति में नया सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। विपक्षी दलों ने कहा कि इस तरह की धमकियाँ लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए खतरा हैं और जनता को डराने की कोशिश है। भाजपा नेताओं ने साफ कर दिया कि वे जनता की सेवा में लगे रहेंगे और किसी भी धमकी से पीछे नहीं हटेंगे।