हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश और भूस्खलन की वजह से भाखड़ा बांध तक पहुंचने वाली मुख्य सड़क पूरी तरह बंद हो गई है। नेहला गाँव के पास हुए इस भारी भूस्खलन ने सड़क और रेलवे ट्रैक दोनों को नुकसान पहुँचाया है।
बीबीएमबी (Bhakra Beas Management Board) के अधिकारियों के मुताबिक, रेलवे ट्रैक को साफ करने में करीब 15 दिन लग सकते हैं। वहीं, सड़क की रिटेनिंग दीवार कई जगह ढह जाने के कारण उसे पूरी तरह दुरुस्त करने में कम से कम एक महीना लग सकता है।
गौरतलब है कि इस साल भाखड़ा बांध के आसपास की पहाड़ियों में कई जगह भूस्खलन हो चुका है। कुछ दिन पहले भारी बारिश से बांध के बाएँ किनारे वाले पावर हाउस में पानी भी घुस गया था, लेकिन कर्मचारियों की सतर्कता से बड़े नुकसान को टाला जा सका।
सड़क बंद होने से हिमाचल के उन गाँवों का संपर्क टूट गया है जो भाखड़ा बांध के पास बसे हुए हैं। इसके अलावा नैना देवी मंदिर तक जाने वाली बस सेवा भी रोक दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि यह सेवा कम से कम एक महीने तक बंद रह सकती है।
भाखड़ा बांध के मुख्य अभियंता सी.पी. सिंह ने बताया कि सड़क को ठीक करने का काम जल्द शुरू हो गया है और निविदाएं जारी कर दी गई हैं। उम्मीद है कि एक महीने के भीतर सड़क फिर से चालू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल मजदूरों और ग्रामीणों को दाएँ किनारे वाली सड़क और छोटे वाहनों से बांध तक पहुँचाया जा रहा है।
रेलवे ट्रैक अवरुद्ध होने से बीबीएमबी की रेल सेवा भी बंद हो गई है, जिसका इस्तेमाल मजदूरों के साथ-साथ स्थानीय लोग भी करते थे। बीबीएमबी ने ग्रामीणों की सुविधा के लिए बस सेवा शुरू की है ताकि वे रोज़मर्रा की ज़रूरतों के लिए नांगल जा सकें।
सी.पी. सिंह ने बताया कि इस साल रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है। सिर्फ 30 और 31 अगस्त को ही इस इलाके में 280 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसकी वजह से भूस्खलन बढ़ा। इस वजह से हालात ज्यादा गंभीर हो गए।
ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि सड़क की मरम्मत जल्द से जल्द पूरी की जाए, क्योंकि यही उनकी जीवन रेखा है और रोज़मर्रा की ज़रूरतें इसी पर निर्भर करती हैं।