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मान सरकार का जीवनजोत-2 अभियान: पंजाब में भीख मांगते बच्चों के हाथों में अब किताबें

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के जीवनजोत-2 अभियान से पंजाब में सामाजिक बदलाव देखने को मिल रहा है। 9 महीने में 307 बच्चों को भीख मांगने से निकालकर स्कूल भेजा गया है।

👤 Saurabh 15 Aug 2025 04:55 PM

पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सरकार लगातार ऐसे कदम उठा रही है, जो राज्य की तस्वीर बदलने में मदद कर रहे हैं। इन्हीं प्रयासों का एक अहम हिस्सा है ऑपरेशन जीवनजोत – 2। हाल ही में आम आदमी पार्टी (AAP) पंजाब ने सोशल मीडिया पर इस अभियान की झलकियां शेयर कीं और बताया कि कैसे यह योजना राज्य के लोगों की जिंदगी में बदलाव ला रही है।

शेयर की गई तस्वीरों में साफ-सुथरी सड़कें, खुशहाल चेहरे और एक अहम बदलाव दिखा — अब सड़कों पर बच्चों के हाथ में कटोरा नहीं, बल्कि किताबें हैं। पहले कई बच्चे भीख मांगते नजर आते थे, लेकिन अब उन्हें शिक्षा देने की जिम्मेदारी सरकार ने अपने हाथ में ले ली है।

ऑपरेशन जीवनजोत – 2 की शुरुआत मान सरकार ने पंजाब में 9 महीने पहले की थी। इस दौरान राज्य की गलियों, चौराहों और सार्वजनिक स्थानों से 307 बच्चों को भीख मांगने की स्थिति से बाहर निकाला गया। इन बच्चों को स्कूल भेजने, पढ़ाई का माहौल देने और उनका भविष्य संवारने के लिए काम किया गया। सरकार का लक्ष्य है कि पंजाब में अब कोई भी बच्चा भीख न मांगे, बल्कि पढ़-लिखकर अपनी जिंदगी खुद संवार सके।

इस पहल के तहत सिर्फ बच्चों पर ही नहीं, बल्कि पूरे समाज पर ध्यान दिया जा रहा है। ड्रग्स जैसी समस्याओं से निपटने के लिए भी मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसके अलावा, सड़कों, सार्वजनिक स्थानों और शहरों को साफ-सुथरा रखने पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है।

इस अभियान का असर सिर्फ बच्चों पर नहीं, बल्कि महिलाओं और परिवारों पर भी साफ नजर आ रहा है। सोशल मीडिया पर शेयर की गई झलकियों में महिलाओं के मुस्कुराते चेहरे इस बात का सबूत हैं कि वे इस बदलाव से खुश हैं और उन्हें अपने परिवार के बेहतर भविष्य की उम्मीद है।

कुल मिलाकर, ऑपरेशन जीवनजोत – 2 पंजाब के लिए एक नई उम्मीद की किरण बनकर सामने आया है। यह सिर्फ भीख मांगने की समस्या खत्म करने की कोशिश नहीं, बल्कि राज्य को एक सम्मानजनक और खुशहाल समाज की ओर ले जाने का कदम है।