अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। अब उन्हें चंडीगढ़ जिला अदालत से मानहानि के मामले में नोटिस जारी किया गया है। यह मामला पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के निजी सचिव (PS) द्वारा दायर किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, मजीठिया ने सार्वजनिक रूप से सीएम के पीएस पर भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगाए थे। आरोप है कि उन्होंने बिना किसी सबूत के ये बातें कहीं, जिससे पीएस की छवि को नुकसान पहुंचा। इसी के चलते मानहानि का केस दर्ज कराया गया है।
चंडीगढ़ कोर्ट ने मजीठिया को नोटिस जारी करते हुए इस मामले में स्पष्टीकरण देने को कहा है। अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी। माना जा रहा है कि यह मामला मजीठिया की राजनीतिक छवि पर गहरा असर डाल सकता है।
इसके साथ ही मजीठिया को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से भी बड़ा झटका लगा है। उन्होंने कोर्ट में जो अर्जी दाखिल की थी, उसे अदालत ने खारिज कर दिया। कोर्ट ने कहा कि अर्जी का कोई कानूनी आधार नहीं है और यह गलत तरीके से दाखिल की गई है। इस पर मजीठिया के वकील को फटकार भी झेलनी पड़ी और उन्होंने माफी मांगते हुए अर्जी वापस ले ली।
अब 8 जुलाई को अदालत अगली कार्यवाही करेगी और तब तय होगा कि मजीठिया को इस केस में राहत मिलती है या उनकी मुश्किलें और बढ़ती हैं।