पंजाब पुलिस के रोपड़ रेंज के डीआईजी (उप पुलिस महानिरीक्षक) हरचरण सिंह भुल्लर को शुक्रवार को चंडीगढ़ की सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें और उनके सहयोगी कृष्ण को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
पेशी के दौरान हरचरण सिंह भुल्लर ने अपना चेहरा रुमाल से ढक रखा था। अदालत में जज ने उन्हें रुमाल हटाने के लिए कहा। मीडिया ने जब उनसे सवाल पूछे तो उन्होंने जवाब में कहा,
“अदालत न्याय करेगी और मैं हर बात का जवाब दूँगा।”
अब उन्हें बुड़ैल जेल भेज दिया गया है, जहाँ वे अपनी न्यायिक हिरासत काटेंगे।
भुल्लर के वकील एच.एस. धनोआ ने बताया कि डीआईजी को सुबह करीब 11:30 बजे हिरासत में लिया गया, लेकिन गिरफ्तारी रात 8 बजे दर्ज की गई। वहीं, वकील ए.एस. सुखूजा ने अदालत से अनुरोध किया कि भुल्लर को उनकी दवाइयाँ समय पर दी जाएँ, जिस पर अदालत ने जेल प्रशासन को ऐसा करने का निर्देश दिया।
सीबीआई की टीम ने डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर के चंडीगढ़ स्थित घर और समराला के फार्महाउस से भारी मात्रा में नकदी, सोना और हथियार बरामद किए हैं।
मुख्य बरामदगी इस प्रकार है:
7.5 करोड़ रुपये की नकदी
26 लग्जरी घड़ियाँ
2.5 किलो सोने के गहने
50 से अधिक संपत्तियों के दस्तावेज
100 जिंदा कारतूस और 4 हथियार
लॉकर की चाबियाँ और बैंक खातों की डिटेल्स
फार्महाउस से 108 शराब की बोतलें, 5.7 लाख रुपये नकद और 17 कारतूस
दलाल के घर से 21 लाख रुपये नकद
डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर 2007 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और पटियाला के रहने वाले हैं। उनके पिता मेजर मेहल सिंह भुल्लर पंजाब पुलिस के डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) रह चुके हैं। मेजर मेहल सिंह पहले सेना में अधिकारी थे और उन्होंने 1965 के भारत-चीन युद्ध और मिज़ोरम ऑपरेशन में हिस्सा लिया था। भुल्लर के भाई कुलदीप सिंह भुल्लर भी कांग्रेस पार्टी से विधायक रह चुके हैं।