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भगवंत मान ने ‘शीश महल’ विवाद पर दी सफाई – बोले, यह सरकारी आवास है, कोई निजी महल नहीं

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भाजपा द्वारा लगाए गए ‘शीश महल’ के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि जिस घर को विवादित बताया जा रहा है, वह राज्य सरकार का आधिकारिक अतिथि गृह है।

👤 Saurabh 01 Nov 2025 09:13 PM

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा लगाए गए ‘शीश महल’ के आरोपों पर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने जिस घर को लेकर विवाद खड़ा किया है, वह कोई निजी या आलीशान महल नहीं, बल्कि राज्य सरकार का आधिकारिक अतिथि गृह (गेस्ट हाउस) है, जहां राज्य के मेहमानों को ठहराया जाता है।

“यह पंजाब सरकार का आधिकारिक घर है”

मुख्यमंत्री मान ने एक वीडियो संदेश में कहा कि जिस घर को भाजपा ‘शीश महल’ कह रही है, वही घर पहले भी पंजाब के मुख्यमंत्रियों के आधिकारिक इस्तेमाल में रहा है। उन्होंने बताया कि यह घर न तो नया बनाया गया है और न ही इसमें किसी तरह का विशेष नवीनीकरण हुआ है। “यह वही घर है जिसमें एक पाकिस्तानी पत्रकार और पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी मित्र भी ठहरे थे, लेकिन उस समय किसी ने इस पर सवाल नहीं उठाया।” भगवंत मान ने बताया कि यह घर भी वैसा ही है जैसा अन्य सरकारी मंत्रियों और अधिकारियों के पास होता है। इसमें कोई अतिरिक्त विलासिता या चमक-दमक नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास ऐसे कई आवास हैं जो राज्य के मेहमानों और अधिकारियों के लिए निर्धारित हैं।

“असली शीश महल तो और हैं”

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कोई असली “शीश महल” देखना चाहता है, तो वे कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुखबीर बादल जैसे नेताओं की उन संपत्तियों के पते साझा कर सकते हैं जो वास्तव में बहुत भव्य और आलीशान हैं। उन्होंने कहा कि उनका मकसद किसी पर आरोप लगाना नहीं है, बल्कि यह दिखाना है कि जनता को भ्रमित करने के बजाय वास्तविक तथ्यों पर बात होनी चाहिए।

“राजनीतिक बहस विकास पर होनी चाहिए”

भगवंत मान ने कहा कि राजनीतिक दलों को एक-दूसरे पर आरोप लगाने की बजाय पंजाब के विकास, रोजगार, और किसानों की भलाई पर चर्चा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान जनता की जरूरतों और राज्य के विकास पर केंद्रित है। “हमारी प्राथमिकता पारदर्शी शासन और लोगों की सेवा है।”