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दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से ऊपर, हथिनीकुंड से छोड़ा गया 1.78 लाख क्यूसेक पानी

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर 205.24 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से ऊपर है। पिछले दो दिन बारिश न होने के बावजूद हथिनीकुंड, वजीराबाद और ओखला बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।

👤 Saurabh 18 Aug 2025 05:48 PM

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और यह अब खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। राजधानी में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है क्योंकि हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज और दिल्ली के वजीराबाद व ओखला बैराज से लगातार भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है।

सोमवार को दिल्ली के ओल्ड रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 205.24 मीटर तक पहुंच गया। जानकारी के अनुसार 204.5 मीटर को चेतावनी स्तर माना जाता है, जबकि 205.30 मीटर पर इसे खतरे का निशान कहा जाता है। यानी फिलहाल यमुना खतरे के स्तर पर पहुंच चुकी है। दिलचस्प बात यह है कि दिल्ली में पिछले दो दिनों से बारिश नहीं हुई है, लेकिन यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इसकी बड़ी वजह बैराजों से छोड़ा जा रहा पानी है।

सोमवार को हथिनीकुंड बैराज से करीब 49,604 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके अलावा वजीराबाद बैराज से 39,470 क्यूसेक और ओखला बैराज से 68,025 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। यही पानी धीरे-धीरे दिल्ली की ओर बढ़ रहा है और निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ा रहा है।

इस सीजन में पहली बार हथिनीकुंड बैराज से एक ही बार में 1.78 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। अनुमान है कि यह पानी 19 अगस्त तक दिल्ली पहुंच जाएगा, जिससे यमुना का जलस्तर और बढ़ सकता है। रविवार को भी हथिनीकुंड बैराज से अलग-अलग समय पर लगातार पानी छोड़ा गया। सुबह 8 बजे 44,787 क्यूसेक, 11 बजे 81,353 क्यूसेक, 12 बजे 91,985 क्यूसेक, 2 बजे 1,04,306 क्यूसेक और 3 बजे 1,28,280 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। शाम 4 बजे तो यह आंकड़ा 1,78,996 क्यूसेक तक पहुंच गया।

इतना भारी पानी छोड़े जाने के बाद अब प्रशासन अलर्ट पर है। पिछली बार जुलाई 2023 में यमुना का जलस्तर 208.66 मीटर तक पहुंच गया था, जब हथिनीकुंड बैराज से 3.59 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था और दिल्ली में भयंकर बाढ़ आ गई थी। इस बार भी खतरा बढ़ रहा है और यमुना के किनारे बसे इलाकों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।