Neem Karoli Baba Tips : नीम करोली बाबा- एक ऐसा नाम, जिनकी छवि सिर्फ एक संत की नहीं बल्कि एक मार्गदर्शक, शिक्षक और जीवन के सच्चे गुरु की रही है. भक्तों की नजर में वa भगवान हनुमान के अवतार थे, लेकिन उनके उपदेश और जीवनशैली आज भी बेहद फेमस हैं. उनका मानना था कि बच्चों के भविष्य की नींव बचपन में ही रखी जाती है. इसीलिए उन्होंने कुछ खास बातें बताईं जो बच्चों को न केवल सफल बना सकती हैं, बल्कि उन्हें एक बेहतर इंसान भी बना सकती हैं. आइए जानते हैं नीम करोली बाबा के बताए वे जरूरी सूत्र, जो हर माता-पिता को जानने चाहिए.
नीम करोली बाबा स्वयं भी तड़के उठने के कायल थे. उनका मानना था कि जो व्यक्ति दिन की शुरुआत सूरज से पहले करता है, उसका जीवन अच्छा रहता है. बच्चों में सुबह जल्दी उठने की आदत डालने से वे न केवल अनुशासित बनते हैं, बल्कि उनका मन भी ज्यादा एक्टिव रहता है.
निर्धारित दिनचर्या
बाबा का कहना था कि जीवन में अनुशासन ही सच्ची सफलता की कुंजी है. बच्चों को अगर शुरू से एक तयशुदा दिनचर्या अपनाने की आदत हो जाए- जैसे पढ़ाई, खेल और विश्राम का समय तय हो तो वे जीवनभर एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाते हैं. ये उन्हें जिम्मेदार और लक्ष्य केंद्रित बनाता है।.
नीम करोली बाबा का अधिकतर समय धार्मिक ग्रंथों के अध्ययन में बीतता था. वे मानते थे कि रामायण, भगवद गीता और महाभारत जैसे ग्रंथ केवल धार्मिक शिक्षाएं नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला सिखाते हैं. बच्चों को बचपन से ही इन ग्रंथों या नैतिक कहानियों से जोड़ने से उनमें अच्छे संस्कार और आत्मचिंतन की भावना विकसित होती है.
नीम करोली बाबा का जीवन दूसरों की सेवा में समर्पित था. वे कहते थे कि दूसरों की मदद करना न केवल धर्म है, बल्कि सबसे बड़ा कर्तव्य भी. बच्चों में अगर छोटी उम्र से ही दूसरों के प्रति सहानुभूति और सेवा भाव भर दिया जाए, तो वे बड़े होकर संवेदनशील और समाज के प्रति उत्तरदायी बनते हैं.