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इजरायल ने किया सीरिया के रक्षा मंत्रालय पर हमला, लाइव न्यूज में एंकर की चीख से गूंज उठा स्टूडियो

दमिश्क में इजरायली एयरस्ट्राइक ने सीरिया के रक्षा मंत्रालय को तबाह कर दिया. हमले का खौफनाक वीडियो लाइव न्यूज के दौरान सामने आया, जिसमें एंकर की चीख सुनाई दी.

👤 Samachaar Desk 16 Jul 2025 09:44 PM

सीरिया और इजरायल के बीच बढ़ता तनाव अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है. बुधवार को इजरायली सेना ने सीरिया की राजधानी दमिश्क पर जोरदार हवाई हमला करते हुए रक्षा मंत्रालय की इमारत को पूरी तरह से तबाह कर दिया. इस हमले का खौफनाक दृश्य एक सीरियाई न्यूज चैनल के लाइव प्रसारण के दौरान कैमरे में कैद हो गया, जब एक एंकर न्यूज़ पढ़ते वक्त जोरदार धमाके से डरकर चिल्ला उठी और स्टूडियो छोड़कर भाग गई.

रक्षा मंत्रालय और राष्ट्रपति भवन के पास हुए हमले

इस हमले में इजरायल ने दो ड्रोन हमले किए, जिनमें से एक सीरिया के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय को निशाना बनाकर पूरी इमारत को जमींदोज कर दिया गया. दूसरा हमला राष्ट्रपति भवन के नजदीक किया गया, जिससे पूरे दमिश्क शहर में दहशत फैल गई. चंद सेकंड में मंत्रालय का मुख्य हिस्सा मलबे में तब्दील हो गया.

इजरायल का आधिकारिक बयान

इजरायली रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज़ ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि यह कार्रवाई सीरियाई सेना को स्वैदा इलाके से पीछे हटने की चेतावनी के बाद की गई है. उनका कहना था कि ये लक्ष्य रणनीतिक रूप से अहम थे और सीरियाई सैन्य गतिविधियों को कमजोर करने के लिए इन्हें तबाह किया गया.

लाइव न्यूज के दौरान एंकर की चीख

इस घटना का जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, उसमें देखा जा सकता है कि एक महिला एंकर स्टूडियो में लाइव न्यूज बुलेटिन पढ़ रही थी. तभी अचानक एक जोरदार धमाका होता है. एंकर की चीख निकल जाती है, और वह घबराकर अपनी कुर्सी से उठती है और स्टूडियो से बाहर भाग जाती है. इस वीडियो ने दुनियाभर में लोगों को हिला कर रख दिया है.

डूज़ समुदाय को लेकर बढ़ा विवाद

इजरायल इस समय सीरिया के दक्षिणी शहर स्वैदा में हो रहे संघर्षों में भी अपनी सक्रियता दिखा रहा है. यह इलाका डूज़ अल्पसंख्यक समुदाय का गढ़ है, जहां बीते दिनों से सीरियाई सेना और स्थानीय लड़ाकों के बीच भीषण झड़पें हो रही हैं. इजरायल ने खुद को डूज़ समुदाय का संरक्षक बताते हुए इस हिंसा में हस्तक्षेप करना शुरू किया है.

और विध्वंसक हमलों की आशंका

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर हालात नहीं बदले तो इजरायल आने वाले दिनों में और भी विनाशकारी हमले कर सकता है. इस तरह के हमलों से केवल सीरियाई सैन्य ताकत को ही नहीं, बल्कि उसके मनोबल को भी तोड़ने की कोशिश की जा रही है.

इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि पश्चिम एशिया में हालात कितने नाजुक हो चुके हैं और अब एक छोटी सी चिंगारी भी बड़े युद्ध को जन्म दे सकती है.