जम्मू में लगातार हो रही भारी बारिश ने तबाही मचा दी है. बुधवार को कटरा स्थित वैष्णो देवी मार्ग पर बड़ा भूस्खलन हुआ, जिसमें कई श्रद्धालुओं सहित 30 लोगों की मौत हो गई. हादसे के बाद वैष्णो देवी यात्रा को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है. वहीं, इलाके में दूरसंचार सेवाएं भी ठप हो गई हैं, जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
भारी बारिश और भूस्खलन का असर रेल सेवाओं पर भी पड़ा है. चक्की नदी में आई तेज बाढ़ और मिट्टी के कटाव से ट्रैक को नुकसान पहुंचा है. इस कारण जम्मू डिवीजन में रेल यातायात बुरी तरह बाधित हुआ है. रेलवे ने बताया कि सुरक्षा कारणों से 44 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है, जबकि कई ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है.
मौसम विभाग ने पहले ही भारी बारिश और भूस्खलन को लेकर अलर्ट जारी किया था. एडवाइजरी में लोगों से अपील की गई है कि वे जल निकायों, नालों, नदी तटबंधों और ढीली संरचनाओं से दूर रहें.
1. जम्मू-कश्मीर के मैदानी और दक्षिणी इलाकों में जलभराव और बाढ़ का खतरा.
2. भूस्खलन और पत्थर गिरने की घटनाओं की आशंका.
3. सभी लोगों को सतर्क और अपडेट रहने की सलाह.
1. 28-29 अगस्त: कुछ इलाकों में हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें.
2. 30 अगस्त से 1 सितंबर: मध्यम से भारी बारिश और गरज के साथ तूफान.
3. 2 से 5 सितंबर: कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और बौछारें.
पिछले 24 घंटों में जम्मू संभाग के कई हिस्सों में अत्यधिक भारी वर्षा दर्ज की गई है, जबकि दक्षिण कश्मीर में भी बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं.
भारी बारिश और मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी ने अपना विरोध प्रदर्शन रद्द कर दिया है. यह प्रदर्शन जम्मू-कश्मीर के कैदियों को देशभर की जेलों से वापस लाने की मांग को लेकर किया जाना था.
रामबन जिले के मैत्रा इलाके में चिनाब नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. निचले इलाकों में पानी घुसने से घरों और दुकानों तक पानी पहुंच गया है, जिससे स्थानीय लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं.