कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की कथित धांधली और भर्ती प्रक्रियाओं में गड़बड़ी को लेकर देशभर से हजारों छात्र दिल्ली के रामलीला मैदान में इकट्ठा हुए. रविवार (24 अगस्त) से शुरू हुआ यह आंदोलन अब जोर पकड़ता जा रहा है. छात्रों का आरोप है कि भर्ती परीक्षाओं में लगातार घोटाले और पेपर लीक से उनका भविष्य अंधकार में धकेला जा रहा है.
प्रदर्शन के दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई और पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत में ले लिया. हालांकि, बाद में सभी छात्रों को रिहा कर दिया गया. प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि वे सिर्फ अपने अधिकार और रोजगार की मांग कर रहे थे, लेकिन इसके जवाब में उन्हें लाठियों से पीटा गया.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा, “रामलीला मैदान में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे SSC अभ्यर्थियों और शिक्षकों पर बर्बर लाठीचार्ज शर्मनाक ही नहीं, बल्कि डरपोक सरकार की पहचान है. युवाओं ने रोजगार और न्याय मांगा था, लेकिन बदले में उन्हें लाठियां मिलीं.” राहुल गांधी ने आगे लिखा, “पहले वोट चुराएंगे, फिर परीक्षा और नौकरियां चुराएंगे, और आखिर में आपकी आवाज भी दबा देंगे. अब समय है डटकर मुकाबला करने का.”
प्रियंका गांधी ने भी छात्रों पर बल प्रयोग को अमानवीय बताया. उन्होंने लिखा, “हर परीक्षा में धांधली और हर भर्ती में घोटाले ने युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है. भाजपा शासन में भ्रष्टाचार चरम पर है. छात्रों की बात सुनने के बजाय उन पर लाठियां बरसाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.”
आंदोलन कर रहे छात्रों की मुख्य मांग है कि भर्ती परीक्षाओं और चयन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाए. उनका कहना है कि लगातार पेपर लीक और धांधली से उनकी मेहनत और सपनों पर पानी फिर रहा है.
रामलीला मैदान में जारी यह आंदोलन सिर्फ SSC परीक्षार्थियों की लड़ाई नहीं, बल्कि देश के करोड़ों युवाओं की आवाज बन चुका है. सवाल यह है कि सरकार कब तक छात्रों की इस नाराज़गी को अनसुना करती रहेगी.