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प्रधानमंत्री मोदी ने ग्रेटर नोएडा में खोला यूपीआईटीएस 2025 का पर्दा, बाजार में दिखी नई ऊर्जा!

प्रधानमंत्री मोदी ने ग्रेटर नोएडा में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 का उद्घाटन किया. सीएम योगी ने बताया कैसे जीएसटी सुधार और GI उत्पादों से उत्तर प्रदेश में रोजगार और व्यापार को नई गति मिली.

👤 Samachaar Desk 25 Sep 2025 03:16 PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार, 25 सितंबर, को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में पांच दिवसीय उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS) 2025 का उद्घाटन किया. इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने उपस्थित लोगों को संबोधित किया और प्रदेश की व्यापारिक प्रगति को लेकर अपनी विचार साझा किए. ग्रेटर नोएडा पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.

यूपी का व्यापार और हस्तशिल्प क्षेत्र

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि उत्तर प्रदेश अपेरल, टेक्सटाइल, लेदर उत्पाद, हस्तशिल्प और कारपेट्स के क्षेत्र में देश में शीर्ष स्थान पर है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए जीएसटी सुधारों की सराहना की और कहा कि इन सुधारों ने वैश्विक आर्थिक प्रतिस्पर्धा में उत्तर प्रदेश के व्यवसायियों को मजबूती दी है.

उत्तर प्रदेश बना देश का शीर्ष GI कैपिटल

सीएम योगी ने आगे बताया कि उत्तर प्रदेश में अब 77 GI (Geographical Indication) उत्पाद हैं, जिससे प्रदेश देश का शीर्ष GI कैपिटल बन गया है. उन्होंने बताया कि इस वर्ष 75 नए उत्पादों के लिए GI टैग की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. राज्य अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को संरक्षित करने और नए अवसरों से सजाने के लिए इस पहल के तहत कदम उठा रहा है. इस ट्रेड शो में 60 से अधिक GI टैग स्टॉल्स भी देखे जा सकते हैं, जो प्रदेश की समृद्ध कलात्मक और हस्तशिल्प विरासत को प्रदर्शित करेंगे.

बाजार में नई ऊर्जा और रोजगार सृजन

सीएम योगी ने कहा कि वन नेशन वन टैक्स (जीएसटी) के लागू होने के बाद अब बाजार में नई जीवंतता देखने को मिली है. टैक्स सुधारों ने न केवल व्यापारियों बल्कि उपभोक्ताओं को भी सहज और सरल व्यापार का अनुभव दिया है. इसके अलावा, जीएसटी सुधारों से उपभोक्ता तेजी के साथ बाजार की ओर लौट रहे हैं, जिससे व्यापक पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं.

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ओडीओपी (One District One Product) और अन्य उद्यमियों के लिए यह एक नया जीवनदान साबित हुआ है. गरीब, किसान, श्रमिक और व्यापारी सभी इस सुधार के लाभ से सीधे जुड़े हैं.

यूपीआईटीएस 2025 न केवल व्यापार और उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक, हस्तशिल्प और उद्यमशीलता की पहचान को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करने का अवसर भी प्रदान करता है.