भारत की बड़ी आबादी खेती पर निर्भर है, लेकिन हर किसान को अपनी मेहनत का पूरा लाभ नहीं मिल पाता. छोटे और मध्यम किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने साल 2019 में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत किसानों को सालाना 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है, जो तीन बराबर किस्तों में सीधे बैंक खाते में भेजी जाती है.
योजना शुरू होने के बाद से अब तक सरकार किसानों को 20 किस्तें जारी कर चुकी है. हर बार की तरह इस बार भी किसानों की निगाहें अगली यानी 21वीं किस्त पर टिकी हुई हैं. लाखों किसानों के मन में यह सवाल है कि क्या यह किस्त दिवाली से पहले आ जाएगी या उन्हें दिसंबर तक इंतजार करना होगा.
योजना के नियमों पर गौर करें तो हर किस्त चार महीने के अंतराल में जारी होती है. पिछली यानी 20वीं किस्त अगस्त 2025 में किसानों के खाते में भेजी गई थी. इस हिसाब से अगली किस्त दिसंबर के आसपास आनी चाहिए. वहीं, दिवाली इस बार अक्टूबर में पड़ रही है, जिससे यह संभावना कम दिख रही है कि त्योहार से पहले किसानों के खाते में राशि पहुंच पाएगी.
भले ही नियमों के मुताबिक दिसंबर का समय तय होता हो, लेकिन अगर पिछले सालों के रिकॉर्ड देखें तो तस्वीर थोड़ी अलग दिखती है. साल 2022 से 2024 तक सरकार ने अक्टूबर-नवंबर के बीच ही किस्तें जारी की थीं. यही वजह है कि किसानों को उम्मीद है कि इस बार भी सरकार दिवाली से ठीक पहले यह बड़ा तोहफा दे सकती है.
राजनीतिक दृष्टि से भी किस्त समय से पहले जारी होने की संभावना जताई जा रही है. दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और चुनावी आचार संहिता लागू होने से पहले केंद्र सरकार किसानों को यह राहत देने का फैसला कर सकती है. ऐसे में दिवाली से पहले किसानों के खाते में पैसा पहुंचना पूरी तरह से नामुमकिन भी नहीं है.
फिलहाल, केंद्र सरकार ने 21वीं किस्त की कोई आधिकारिक तारीख घोषित नहीं की है. लेकिन किसानों की उम्मीदें बनी हुई हैं. दिवाली हो या दिसंबर, इस स्कीम से हर साल मिलने वाली 6,000 रुपये की मदद किसानों के लिए बड़ी राहत साबित होती है.