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EPFO EDLI Rules Change: शनिवार-रविवार की छुट्टी अब नहीं मानेगी सर्विस ब्रेक, बदले EPFO के EDLI नियम

EPFO EDLI Rules Change: EPFO ने EDLI स्कीम के नियम आसान किए हैं. नौकरी बदलते समय वीकेंड या छुट्टियों को अब सर्विस ब्रेक नहीं माना जाएगा. साथ ही परिवार को न्यूनतम 50 हजार रुपये का बीमा लाभ मिलेगा.

👤 Samachaar Desk 20 Dec 2025 08:14 PM

EPFO EDLI Rules Change: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने एम्प्लॉइज डिपॉजिट लिंक्ड इंश्योरेंस (EDLI) स्कीम के नियमों में अहम बदलाव किए हैं. इन बदलावों का सीधा फायदा उन कर्मचारियों के परिवारों को मिलेगा, जिनका डेथ क्लेम पहले नौकरी बदलने के दौरान छोटे से ब्रेक की वजह से अटक या खारिज हो जाता था. EPFO ने दिसंबर 2025 में जारी एक सर्कुलर के जरिए इस समस्या को दूर करने की कोशिश की है.

पहले नियमों के अनुसार, अगर कोई कर्मचारी शुक्रवार को अपनी पुरानी नौकरी छोड़ता था और सोमवार को नई नौकरी जॉइन करता था, तो शनिवार और रविवार को सेवा में ब्रेक मान लिया जाता था. भले ही कर्मचारी ने जानबूझकर कोई गैप न लिया हो, लेकिन नियमों के चलते उसे लगातार सेवा में नहीं माना जाता था. इसका असर यह होता था कि आकस्मिक निधन की स्थिति में परिवार को EDLI का लाभ नहीं मिल पाता था. इस तकनीकी नियम की वजह से कई परिवारों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा. अब EPFO ने इस समस्या को समझते हुए नियमों में बदलाव किया है.

वीकेंड और छुट्टियां अब सर्विस ब्रेक नहीं

नए नियमों के तहत अगर नौकरी बदलते समय बीच में शनिवार, रविवार या कोई अन्य साप्ताहिक अवकाश आता है, तो उसे सेवा में ब्रेक नहीं माना जाएगा. इतना ही नहीं, इसमें राष्ट्रीय छुट्टियां और राज्य सरकार द्वारा घोषित छुट्टियां भी शामिल होंगी.

इसका मतलब साफ है कि कर्मचारी की सेवा को लगातार माना जाएगा, भले ही नौकरी बदलने के बीच कुछ छुट्टियां क्यों न हों. इससे EDLI, पेंशन और अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभ परिवार तक आसानी से पहुंच सकेंगे.

परिवार को मिलेगा बीमा सुरक्षा का भरोसा

EDLI स्कीम का मकसद कर्मचारी की मृत्यु के बाद उसके परिवार को आर्थिक सहारा देना है. नए नियमों से यह सुनिश्चित किया गया है कि केवल तकनीकी कारणों से किसी परिवार को इस मदद से वंचित न रहना पड़े. EPFO का यह कदम कर्मचारियों के हित में काफी अहम माना जा रहा है.

न्यूनतम 50 हजार रुपये की गारंटी

EPFO ने EDLI स्कीम के तहत मिलने वाली न्यूनतम बीमा राशि को भी तय किया है. नए नियमों के अनुसार, अगर किसी कर्मचारी का औसत पीएफ बैलेंस 50 हजार रुपये से कम है, तब भी उसके परिवार को कम से कम 50,000 रुपये की राशि बीमा के रूप में दी जाएगी.

पहले कई मामलों में कम पीएफ बैलेंस होने की वजह से परिवार को बहुत कम रकम मिलती थी. अब इस बदलाव से यह सुनिश्चित होगा कि हर पात्र परिवार को एक न्यूनतम आर्थिक मदद जरूर मिले.

कर्मचारियों के लिए राहत भरा फैसला

EPFO का यह फैसला खासतौर पर उन कर्मचारियों के लिए राहत लेकर आया है, जो बेहतर अवसर के लिए नौकरी बदलते रहते हैं. अब उन्हें इस बात की चिंता नहीं करनी पड़ेगी कि कुछ दिनों के ब्रेक से उनके परिवार के अधिकार प्रभावित होंगे.

कुल मिलाकर, EDLI नियमों में किया गया यह बदलाव सामाजिक सुरक्षा को मजबूत करता है और कर्मचारियों व उनके परिवारों को भविष्य के लिए ज्यादा सुरक्षित बनाता है.