Logo

एकादशी पर काल बनकर टूटी भीड़! आंध्र प्रदेश के मंदिर में भगदड़ से 9 श्रद्धालुओं की मौत, मचा हाहाकार

Srikakulam Temple stampede: आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में वेंकटेश्वर मंदिर में एकादशी के दिन भगदड़ मच गई. हादसे में 9 लोगों की मौत और कई घायल. सीएम चंद्रबाबू नायडू ने जताया शोक, जांच के आदेश जारी.

👤 Samachaar Desk 01 Nov 2025 01:02 PM

आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा में स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में शनिवार को एकादशी के अवसर पर बड़ा हादसा हो गया. भारी भीड़ के बीच मंदिर में भगदड़ मच गई, जिसमें कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई और कई श्रद्धालु घायल हो गए.

दर्शन के लिए उमड़ी थी भारी भीड़

कार्तिक मास की एकादशी पर हजारों श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे. भीड़ इतनी बढ़ गई कि मंदिर प्रबंधन और पुलिस नियंत्रण खो बैठे. अचानक धक्का-मुक्की शुरू हुई और लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरने लगे. देखते ही देखते माहौल अफरातफरी में बदल गया. कई लोग कुचल गए, जबकि कुछ को गंभीर चोटें आईं. घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, और मौके पर राहत-बचाव कार्य जारी है.

सीएम चंद्रबाबू नायडू ने जताया शोक

राज्य के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया. उन्होंने कहा, “काशीबुग्गा स्थित वेंकटेश्वर मंदिर में हुई भगदड़ बेहद दुखद है. श्रद्धालुओं की मौत हृदयविदारक है.” सीएम ने अधिकारियों को घायलों के इलाज के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने और घटना की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्यों की निगरानी करने का निर्देश भी दिया है.

सरकार ने दी जांच के आदेश

आंध्र प्रदेश CMO की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यह घटना एकादशी पर अत्यधिक भीड़ की वजह से हुई. सरकार ने बताया कि पुलिस और प्रशासनिक टीमें लगातार काम में जुटी हैं और हालात को काबू में लाने के प्रयास जारी हैं.

मंत्री अचन्नायडू पहुंचे मौके पर

राज्य के कृषि मंत्री के. अचन्नायडू तुरंत मंदिर पहुंचे और अधिकारियों से बात कर स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार सभी घायलों को सर्वोत्तम इलाज देगी और घटना की विस्तृत जांच कराई जाएगी. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, ताकि कोई और अप्रिय घटना न हो.

श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर की यह घटना आंध्र प्रदेश के लिए एक बड़ा सबक साबित हो सकती है कि धार्मिक आयोजनों में भीड़ नियंत्रण के लिए सख्त प्रबंधन और सुरक्षा इंतजाम कितने जरूरी हैं. सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं, लेकिन शोक में डूबे परिवारों के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है.