आज के समय में महिलाओं में कैंसर के मामलों में तेज़ी से वृद्धि हो रही है. इसका एक बड़ा कारण यह है कि महिलाएं अपनी सेहत को अक्सर नजरअंदाज कर देती हैं. घरेलू जिम्मेदारियों के चलते वे अपने शरीर में हो रहे छोटे-छोटे बदलावों पर ध्यान नहीं देतीं, जो कई बार किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकते हैं.
अगर बिना किसी डाइट या व्यायाम के अचानक छह महीनों के भीतर वजन तेजी से कम हो रहा है, तो यह कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है. इसे हल्के में न लें और तुरंत जांच करवाएं.
पर्याप्त नींद और आराम के बावजूद अगर थकान और कमजोरी महसूस हो रही है, तो यह ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर) का संकेत हो सकता है. डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है. बार-बार पेट खराब होना, कब्ज या यूरिन इंफेक्शन को आम समस्या मानकर टालना सही नहीं है. ये लक्षण कोलन या ब्लैडर कैंसर के हो सकते हैं.
अगर पीरियड्स के अलावा भी ब्लीडिंग या डिस्चार्ज हो रहा है, तो इसे नजरअंदाज न करें. यह सर्वाइकल, यूट्रिन या एंडोमैट्रियल कैंसर का लक्षण हो सकता है. बिना ब्रेस्टफीडिंग के अगर निप्पल से किसी भी तरह का डिस्चार्ज हो रहा है, तो यह ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआती निशानी हो सकती है.
अगर गले में लगातार खराश बनी हुई है या कफ जा नहीं रहा, तो यह लंग या थ्रोट कैंसर का संकेत हो सकता है. लगातार अपच, सीने में जलन या निगलने में कठिनाई महसूस हो रही है, तो यह गले, पेट या खाने की नली (इसोफेगस) से जुड़ा कैंसर हो सकता है.
अगर आपकी स्किन में अचानक बदलाव दिख रहा है, जैसे अत्यधिक ड्राइनेस, मस्से का आकार बढ़ना या रंग बदलना — तो स्किन कैंसर की आशंका हो सकती है. पेल्विक एरिया में लगातार दर्द ओवेरियन कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकता है. इसे सामान्य दर्द समझकर अनदेखा न करें. बिना किसी स्पष्ट कारण के बुखार होना या रात में अत्यधिक पसीना आना ब्लड कैंसर की ओर इशारा कर सकता है.
ब्रेस्ट, अंडरआर्म्स, गर्दन या ग्रोइन एरिया में किसी भी तरह की गांठ या सूजन का दिखना खतरनाक हो सकता है. यह कैंसर का शुरुआती लक्षण भी हो सकता है. महिलाओं को चाहिए कि वे अपने शरीर के संकेतों को नजरअंदाज न करें. कोई भी असामान्य लक्षण दिखे तो जल्द से जल्द डॉक्टर से जांच कराएं. समय पर की गई सावधानी जान बचा सकती है.
(Disclaimer: यह जानकारी सामान्य ज्ञान पर आधारित है. किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए विशेषज्ञ से सलाह लें.)