उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कृष्णा ने सोमवार को राजधानी लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय की सिग्नेचर बिल्डिंग में पदभार ग्रहण किया। इस मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं साझा कीं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भरोसा जताने के लिए धन्यवाद दिया।
राजीव कृष्णा ने कहा, “दुनिया के सबसे बड़े पुलिस बल का नेतृत्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं, जिनके ऊर्जावान और दूरदर्शी नेतृत्व ने पुलिसिंग की दिशा को स्पष्ट किया है। पुलिस बल को नई ऊंचाइयों तक ले जाना मेरा लक्ष्य रहेगा।”
उन्होंने दो टूक कहा कि अपराध और अपराधियों के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई जाएगी। संगठित अपराध के खिलाफ सख्त और ठोस कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। महिलाओं की सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण और उनकी समस्याओं के समाधान को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
डीजीपी ने कहा कि जनता की शिकायतों का समयबद्ध और संवेदनशील तरीके से निस्तारण किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सभी स्तरों पर जन सुनवाई को प्रभावी और सहानुभूतिपूर्ण बनाया जाएगा। मुख्यालय में आने वाले फरियादियों की सुनवाई के लिए लोक शिकायत प्रकोष्ठ को मजबूत किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही समीक्षा बैठक भी बुलाई जाएगी।
राजीव कृष्णा ने बताया कि पुलिसिंग में टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा, “कोरोना काल के बाद साइबर क्राइम में इजाफा हुआ है। ऐसे में तकनीक ही इसका प्रभावी समाधान है। एआई एक ‘गेम चेंजर’ साबित होगा।”
उन्होंने भरोसा जताया कि तकनीक और नवाचार की मदद से अपराध नियंत्रण को और अधिक सशक्त बनाया जाएगा।
डीजीपी ने कहा कि पुलिस कर्मियों के कल्याण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमारे पास बेहद सक्षम और प्रतिभाशाली बल है। उनके कौशल को पहचानकर उन्हें बेहतर अवसर दिए जाएंगे।” उन्होंने पुलिस ट्रेनिंग को अपनी प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर बताया।
राजीव कृष्णा ने कहा कि नेपाल सीमा पर सुरक्षा और चेकिंग को लेकर ठोस इंतजाम किए जाएंगे। सीमा पार से होने वाले आपराधिक गतिविधियों और घुसपैठ को रोकने के लिए पुलिस सतर्क रहेगी।
डीजीपी ने कहा कि कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के प्रति बिल्कुल भी सहनशीलता नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा, “राज्य के हर कोने में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। बल के सभी सदस्य अपने कर्तव्यों का पूर्ण समर्पण के साथ निर्वहन करेंगे।”