अचानक चक्कर आना कभी-कभी सामान्य हो सकता है, लेकिन अगर यह बार-बार और तेज़ी से होने लगे तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है. अक्सर लोग इसके शुरुआती लक्षणों को नज़रअंदाज कर देते हैं, जिससे आगे चलकर खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं. विशेषज्ञ मानते हैं कि समय रहते लक्षणों को पहचानकर और सही कदम उठाकर इस समस्या से बचा जा सकता है.
एक्सपर्ट के अनुसार, चक्कर आने से पहले शरीर कुछ हल्के लेकिन अहम संकेत देता है. इसमें सिर घूमना या घूमने जैसा महसूस होना, कमजोरी और थकान, सिर में भारीपन या दबाव, मतली या उल्टी जैसा मन होना शामिल है. इसके अलावा धुंधली नज़र आना, आंखों के सामने अंधेरा छा जाना, दिल की धड़कन तेज़ होना और कानों में बजना (टिनिटस) भी इसके संकेत हो सकते हैं. अगर ये लक्षण दिखें, तो तुरंत सावधान हो जाएं.
चक्कर आने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें ब्लड प्रेशर का गिरना या बढ़ना, शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन), खून में शुगर का कम होना (हाइपोग्लाइसीमिया) शामिल हैं. इसके अलावा आनुवांशिक या न्यूरोलॉजिकल विकार, कान के अंदर की समस्या जैसे वर्टिगो, तनाव और चिंता, नींद की कमी या दवाओं के साइड इफेक्ट्स भी इसकी वजह बन सकते हैं.
अगर आपको अचानक चक्कर आने लगे, तो सबसे पहले बैठ जाएं या लेट जाएं ताकि गिरने का खतरा न हो. धीरे-धीरे गहरी सांस लें और आराम करें. पानी या इलेक्ट्रोलाइट वाला पेय पी लें. चक्कर कम होने तक तेज हिलने-डुलने से बचें और अगर मतली हो रही हो तो हल्का भोजन करके आराम करें.
इस समस्या से बचने के लिए रोजाना पर्याप्त पानी पीना जरूरी है. आहार में फल, सब्जियां और प्रोटीन शामिल करें. नियमित व्यायाम करें और तनाव को नियंत्रित रखने की कोशिश करें. लंबे समय तक खड़े रहने से बचें, पर्याप्त नींद लें और अचानक सिर या शरीर को झटके से न हिलाएं.
तेज चक्कर आने को हल्के में लेना खतरनाक साबित हो सकता है. सही समय पर लक्षणों की पहचान और सावधानी अपनाकर आप गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं.