बच्चों की लंबाई को लेकर पैरेंट्स के मन में अक्सर कई सवाल घूमते हैं — क्या कुछ एक्सरसाइज से लंबाई बढ़ सकती है? क्या स्विमिंग से हाइट में इजाफा होता है? इन सवालों के जवाब तलाशते हुए कई बार हम भ्रमित हो जाते हैं. लेकिन सच्चाई क्या है? आइए जानें कि स्विमिंग बच्चों की लंबाई पर वाकई असर डालती है या नहीं.
सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि किसी भी व्यक्ति की लंबाई का सबसे बड़ा कारक होता है जेनेटिक्स - यानी माता-पिता से मिले गुणसूत्र. अगर माता-पिता की हाइट कम है, तो संभावना है कि बच्चे की हाइट भी सीमित हो. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि कोशिश ही न की जाए.
स्विमिंग खुद में लंबाई नहीं बढ़ाती, लेकिन यह बच्चों को उनकी जेनेटिकली निर्धारित अधिकतम हाइट तक पहुंचाने में जरूर मदद कर सकती है. ये एक ऐसी शारीरिक गतिविधि है, जो शरीर को कई स्तरों पर मजबूत बनाती है.
स्विमिंग करते समय हाथ-पैरों की मूवमेंट से पूरे शरीर में खिंचाव आता है. ये स्ट्रेचिंग मसल्स और जॉइंट्स को मजबूत और लचीला बनाती है. इस लचीलापन से बच्चे अधिक एक्टिव रहते हैं और शरीर का विकास बेहतर होता है.
पानी में एक्सरसाइज करने से गुरुत्वाकर्षण का प्रभाव कम हो जाता है, जिससे रीढ़ की हड्डी पर दबाव नहीं पड़ता. ये अस्थायी रूप से रीढ़ की लंबाई को थोड़ा बढ़ा सकता है, जिससे बच्चा कुछ समय के लिए लंबा नजर आता है. हालांकि, ये बदलाव स्थायी नहीं होते.
स्विमिंग जैसी एक्टिविटी से शरीर में ग्रोथ हार्मोन का स्राव बढ़ता है. ये हार्मोन हड्डियों की ग्रोथ में अहम भूमिका निभाते हैं. इसलिए जो बच्चे नियमित रूप से एक्टिव रहते हैं, उनके शरीर की विकास प्रक्रिया भी बेहतर होती है.
स्विमिंग से पेट और पीठ की मसल्स मजबूत होती हैं, जिससे बच्चों का पोस्चर सुधरता है. सही मुद्रा में चलना और बैठना उन्हें लंबा और आत्मविश्वासी दिखाता है. यह उनके व्यक्तित्व को भी सकारात्मक बनाता है.
स्विमिंग से बच्चों को अच्छी भूख लगती है और उनका मेटाबॉलिज्म भी अच्छा रहता है. इससे वे जरूरी न्यूट्रीएंट्स अच्छे से अवशोषित कर पाते हैं, जो ग्रोथ में मदद करते हैं. एक हेल्दी बॉडी ही लंबाई की दिशा में सही आधार तैयार करती है.