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Badshah पहुंचे प्रेमानंद महाराज के दरबार, भाई ने पूछा ऐसा सवाल कि सुनकर सब रह गए स्तब्ध!

बॉलीवुड सिंगर बादशाह अपने भाई के साथ प्रेमानंद महाराज के आश्रम पहुंचे. भाई ने सत्य और रिश्तों पर सवाल किया, जिस पर संत ने दिया गूढ़ जवाब. जानिए पूरा मामला.

👤 Samachaar Desk 01 Sep 2025 11:08 AM

बॉलीवुड और म्यूजिक इंडस्ट्री के कई बड़े सितारे इन दिनों वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज के सत्संग से प्रभावित हो रहे हैं. अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के बाद अब मशहूर सिंगर बादशाह भी महाराज के आश्रम पहुंचे. हालांकि बादशाह ने खुद कोई सवाल नहीं किया, लेकिन उनके साथ आए भाई ने एक ऐसा प्रश्न रखा जिसने वहां मौजूद हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया.

बादशाह के भाई का सवाल

बादशाह के भाई ने संत प्रेमानंद महाराज से पूछा, “इंसान इस दुनिया में किसलिए आया है? हम सोचते थे कि हर कोई एक-दूसरे की मदद करने आया है, लेकिन जब भी कोई सत्य की राह पर चलता है, तो उसके अपने भी उससे दूरी बनाने लगते हैं. सच्चाई बोलने पर रिश्ते टूट जाते हैं और प्यार भी दूर हो जाता है. ऐसे में इंसान को लगता है जैसे वह श्रापित हो गया हो, न कर्म कर पाता है और न ही अपना काम.”

यह सवाल सुनकर आश्रम का माहौल गंभीर हो गया और सबकी नजरें प्रेमानंद जी की ओर टिक गईं.

प्रेमानंद महाराज का जवाब

प्रेमानंद महाराज ने बेहद सरल लेकिन गूढ़ जवाब देते हुए कहा कि, “अगर इंसान थोड़ा भी मजबूत है, तो उसका साथ खुद भगवान देते हैं. संसार असत्य में रमा हुआ है. जब कोई सत्य के मार्ग पर चलता है, तो उसे समर्थन कम ही मिलता है. लेकिन जिस दिन परमात्मा आपके पक्ष में खड़ा हो जाएगा, उसी दिन सब लोग भी आपकी ओर झुक जाएंगे.”

उन्होंने आगे कहा कि सच बोलने से भले ही लोगों के व्यवहार में कटुता देखने को मिले, लेकिन सत्य के मार्ग पर चलने वाले को अंततः सम्मान जरूर मिलता है. सत्य को कहीं न कहीं आदर दिया ही जाता है, तभी तो हजारों लोग संत-महात्माओं के सत्संग में खिंचे चले आते हैं.

सत्य पर अडिग रहने का संदेश

प्रेमानंदजी ने यह भी कहा कि इंसान को सत्य से कभी निराश नहीं होना चाहिए. अगर सच्चाई के कारण रिश्ते टूटते भी हैं, तो यह समझना चाहिए कि परमात्मा की प्रसन्नता उससे कहीं बड़ी है. उन्होंने बताया कि संत और महात्मा हमेशा से सत्य मार्ग के ही यात्री रहे हैं, और सत्य ही वह शक्ति है जो इंसान को हर कठिन परिस्थिति में सहारा देती है.

बादशाह के भाई के इस सवाल और प्रेमानंदजी के जवाब ने यह स्पष्ट कर दिया कि सत्य का मार्ग कठिन जरूर है, लेकिन अंततः वही आत्मिक शांति और परमात्मा का सान्निध्य दिलाता है. यही कारण है कि बॉलीवुड से लेकर आम जन तक, सभी लोग वृंदावन के संत के प्रवचनों की ओर आकर्षित हो रहे हैं.