Logo

शर्लिन चोपड़ा ने हटवाए ब्रेस्ट इम्प्लांट… आखिर क्यों लिया इतना बड़ा फैसला? खुलकर बताया सच

Sherlyn Chopra: शर्लिन चोपड़ा ने 825 ग्राम वजन वाले ब्रेस्ट इम्प्लांट हटवाने के पीछे की असली वजह बताई. जानें कैसे इस फैसले ने उनकी जिंदगी बदल दी और युवाओं को क्या संदेश दिया.

👤 Samachaar Desk 26 Nov 2025 01:38 PM

बॉलीवुड और ग्लैमर वर्ल्ड में अपनी बोल्ड पर्सनैलिटी के लिए मशहूर शर्लिन चोपड़ा एक बार फिर सुर्खियों में हैं. लेकिन इस बार वजह उनका लुक या कोई फोटोशूट नहीं, बल्कि एक ऐसा फैसला है जिसे उन्होंने अपनी सेहत और मानसिक शांति के लिए लिया. हाल ही में शर्लिन ने अपने ब्रेस्ट इम्प्लांट हटवा दिए हैं. यह खुलासा उन्होंने खुद एक इंटरव्यू और सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए किया, जिसने सभी को चौंका दिया.

इम्प्लांट हटवाने के पीछे क्या थी असल वजह?

बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में शर्लिन ने बताया कि शुरुआत में उन्होंने सोचा था कि बड़ा ब्रेस्ट साइज उन्हें और ज्यादा आकर्षक बनाएगा. उनकी सोच में यही बैठ गया था कि ग्लैमरस दिखने के लिए यह जरूरी है. लेकिन धीरे-धीरे उन्हें अपने शरीर में बदलाव और बढ़ते बोझ का एहसास होने लगा.

शर्लिन के शब्दों में, “शुरुआत में मुझे लगा था कि यह मेरी खूबसूरती का हिस्सा बन जाएगा, लेकिन जब समझ आया कि इतने हेवी इम्प्लांट मेरी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं और मेरी जिंदगी तक प्रभावित कर सकते हैं, तब मेरे अंदर बड़ा बदलाव आया. मुझे अहसास हुआ कि कोई इम्प्लांट यह तय नहीं कर सकता कि मैं हॉट हूं या नहीं—यह मैं खुद तय करूंगी.”

लिमिट से ज्यादा कराया था इम्प्लांट

इंटरव्यू के दौरान उन्होंने साफ बताया कि आकर्षक दिखने की चाह में उन्होंने लिमिट से भी ज्यादा बड़े इम्प्लांट चुन लिए थे. वह बताती हैं कि इंस्टाग्राम-केंद्रित दुनिया में ‘परफेक्ट बॉडी’ दिखाने के दबाव में वे भी बहक गईं. लेकिन धीरे-धीरे उन्हें समझ आया कि, “खूबसूरत दिखना गलत नहीं है, लेकिन अगर यह आपकी हेल्थ की कीमत पर हो रहा है, तो यह सबसे बड़ी मूर्खता है.”

825 ग्राम का बोझ हटने के बाद कैसा महसूस हुआ?

शर्लिन ने इंस्टाग्राम पर एक भावुक वीडियो में बताया कि एक इम्प्लांट का वजन लगभग 825 ग्राम था. उन्होंने कहा कि सर्जरी के बाद उन्हें ऐसा लगा जैसे उनके सीने से कोई भारी बोझ उतर गया हो. उनके शब्दों में, “मैं तितली की तरह हल्की महसूस कर रही हूं. जैसे खुद को फिर से पा लिया हो.”

युवा पीढ़ी को दी बड़ी सीख

शर्लिन ने इस प्रक्रिया के बाद युवाओं को एक महत्वपूर्ण संदेश भी दिया. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर दिखने वाली चीजें हमेशा सच नहीं होतीं. किसी ट्रेंड या परफेक्ट बॉडी की चाह में अपनी असल पहचान और सेहत को खतरे में न डालें.

उन्होंने युवाओं से यह अपील की, “किसी भी तरह की सर्जरी या बॉडी मॉडिफिकेशन से पहले अपने परिवार और मेडिकल एक्सपर्ट से अच्छी तरह सलाह लें. सिर्फ सोशल मीडिया के दबाव में खुद को न बदलें. अपने असली व्यक्तित्व की हिफाजत करें.”

शर्लिन चोपड़ा की यह कहानी सिर्फ एक सर्जरी का फैसला नहीं, बल्कि मानसिकता में आए बड़े बदलाव की कहानी है. आज के दौर में जब सोशल मीडिया परफेक्शन को ग्लैमर का पैमाना बना चुका है, ऐसे में शर्लिन का यह कदम युवाओं को असल जिंदगी और दिखावे के बीच अंतर समझने में मदद करता है. उनका संदेश साफ है खूबसूरती बाहर नहीं, आपके आत्मविश्वास और सेहत में बसती है.