दक्षिण अफ्रीका ने गुवाहाटी में खेले गए दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया को 408 रनों से मात दे दी. यह भारत में रनों के हिसाब से टीम इंडिया की सबसे बड़ी हार है. 549 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय बल्लेबाज पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुए और दूसरी पारी में सिर्फ 140 रन ही जोड़ पाए. इस टेस्ट में टीम इंडिया के बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा. पहली पारी में केवल यशस्वी जायसवाल और दूसरी पारी में सिर्फ रवींद्र जडेजा ने अर्धशतक लगाया.
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की टीम ने 489 रनों का मजबूत स्कोर बनाया. एडन मार्क्रम (38) और रयान रिकेल्टन (35) ने पहले विकेट के लिए 82 रन जोड़कर टीम को शानदार शुरुआत दी. इसके बाद ट्रिस्टन स्टब्स (49) और कप्तान टेम्बा बावुमा (41) ने तीसरे विकेट के लिए 84 रनों की साझेदारी कर स्कोर बढ़ाया.
निचले क्रम के बल्लेबाज मार्को यानसेन ने भी 93 रनों की विस्फोटक पारी खेली और भारत के खिलाफ एक टेस्ट पारी में सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड बनाया. सेनुरन मुथुसामी ने 109 रन बनाए और अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया.
टीम इंडिया ने पहली पारी में सिर्फ 201 रन बनाए. यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने पहले विकेट के लिए 65 रन जोड़े, लेकिन इसके बाद मिडिल ऑर्डर पूरी तरह फेल रहा. राहुल 22 रन बनाकर आउट हुए, जबकि यशस्वी ने 58 रन बनाकर पवेलियन लौटे.
साई सुदर्शन, ध्रुव जुरेल, ऋषभ पंत, रवींद्र जडेजा और नितीश कुमार रेड्डी सभी जल्दी आउट हो गए. कुलदीप यादव ने 4 विकेट लिए, लेकिन उनकी गेंदबाजी भी रनों पर अंकुश नहीं लगा पाई. बुमराह और सिराज के नाम भी 2-2 विकेट रहे, पर वह भी दक्षिण अफ्रीका को रोकने में असफल रहे.
दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी 260/5 घोषित की और भारत के सामने 549 रनों का विशाल लक्ष्य रखा. भारत की दूसरी पारी 140 रनों पर ही ऑल आउट हो गई. रवींद्र जडेजा ने 50 रन बनाए, जबकि बाकी बल्लेबाज पूरी तरह विफल रहे. इस हार के साथ भारत ने न केवल दूसरा टेस्ट गंवाया, बल्कि सीरीज भी 0-2 से हार गया.
कप्तान टेम्बा बावुमा ने अपने टेस्ट करियर में एक और रिकॉर्ड कायम किया. उन्होंने बतौर कप्तान अब तक कोई टेस्ट नहीं हारा है और इस सीरीज में भी यह रिकॉर्ड बना रहा.
दक्षिण अफ्रीका की इस जीत ने साबित कर दिया कि भारत अभी भी घर में कमजोर है और विदेशी परिस्थितियों में टीम को सुधार की जरूरत है. टीम इंडिया के बल्लेबाजों को अब अपनी तकनीक और मानसिकता पर गंभीरता से काम करना होगा.