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Shardiya Navratri 2025: इस नवरात्र चमकेगी इन 3 राशियों की किस्मत! सुख, समृद्धि के साथ करियर में मिलेगी सफलता

Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्र 2025 22 सितंबर से शुरू, जानें शुभ योग, घटस्थापना, व्रत और मेष, सिंह, धनु जैसी लकी राशियों पर माता दुर्गा की कृपा का असर.

👤 Samachaar Desk 20 Sep 2025 02:01 PM

22 सितंबर से शारदीय नवरात्र 2025 शुरू होने जा रहा है. यह पर्व नौ दिनों तक चलता है और मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना का समय होता है. इस दौरान भक्त व्रत रखते हैं, घर-घर में कलश स्थापना और घटस्थापना की जाती है. घरों और मंदिरों में माता की चौकी सजाई जाती है, भजन-कीर्तन होते हैं और लोग माता रानी को प्रसन्न करने के लिए उपवास, जप और हवन करते हैं.

शारदीय नवरात्र को शक्ति की उपासना का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है. भक्त इस दौरान अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति, परिवार में सुख-शांति और समृद्धि की कामना करते हैं. ज्योतिषियों के अनुसार, नवरात्र के प्रत्येक दिन का धार्मिक और व्यक्तिगत जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. इस साल, नवरात्र की शुरुआत विशेष शुभ योगों के साथ होने जा रही है, जिसमें ब्रह्म योग, शुक्ल योग और महालक्ष्मी राजयोग शामिल हैं. ये संयोग न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि करियर, धन और निजी जीवन में भी शुभ परिणाम देंगे.

लकी राशियां और नवरात्र 2025 में उनका शुभ प्रभाव

मेष:

मेष राशि वालों के लिए यह नवरात्र बेहद शुभ रहेगा. आत्मविश्वास और ऊर्जा में वृद्धि होगी. लंबे समय से रुके हुए काम तेजी से पूरे होंगे. करियर में नए अवसर मिल सकते हैं और बिजनेस में विस्तार का योग बन रहा है. माता की कृपा से परिवार में सुख-शांति का वातावरण बनेगा.

सिंह:

सिंह राशि वालों के लिए शारदीय नवरात्र से गोल्डन टाइम शुरू होने वाला है. यह समय विशेष रूप से सौभाग्य और लाभ लेकर आएगा. भूमि, वाहन और संपत्ति संबंधी मामलों में लाभ मिलेगा. पारिवारिक रिश्तों में सामंजस्य बढ़ेगा और वैवाहिक जीवन में खुशियां आएंगी. प्रेम संबंध मजबूत होंगे और मानसिक शांति प्राप्त होगी.

धनु:

धनु राशि के जातकों के लिए यह नवरात्र आर्थिक उन्नति का समय लेकर आएगा. नए धन-संपत्ति के स्रोत बनेंगे. नौकरीपेशा लोग प्रमोशन के योग्य होंगे. विद्यार्थियों के लिए यह समय सफलता और लाभकारी रहेगा. स्वास्थ्य में सुधार और रुके हुए कार्य पूरे होने की संभावना भी रहेगी.

शारदीय नवरात्र 2025 न केवल आध्यात्मिक उन्नति का अवसर है, बल्कि यह समय जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने और अपने लक्ष्यों को साकार करने का भी है. इस दौरान माता रानी की भक्ति और पूजा के माध्यम से सभी जातक अपने जीवन में खुशहाली और सफलता पा सकते हैं.