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गणेश चतुर्थी 2025 पर बप्पा के स्वागत के लिए अपनाएं ये यूनिक डेकोरेशन आइडियाज

Ganesh Chaturthi 2025: गणेश चतुर्थी 2024 इस बार 27 अगस्त को मनाई जाएगी. बप्पा की मूर्ति स्थापना से लेकर पूजा घर और मंडप की सजावट तक, लोग थीम-बेस्ड डेकोरेशन, वाटर एलईडी दीये, क्राफ्ट आइडियाज और फूलों की रंगोली से घर को सजाते हैं. यह पर्व भक्ति, आनंद और सकारात्मकता का प्रतीक है.

👤 Samachaar Desk 20 Aug 2025 09:13 AM

Ganesh Chaturthi 2025: भाद्रपद मास की चतुर्थी तिथि पर हर साल देशभर में गणेश चतुर्थी का उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है. इस साल यह पावन पर्व 27 अगस्त को है. भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और बुद्धि-संपन्न देवता माना जाता है. दस दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में भक्त अपने घरों और पंडालों में बप्पा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना करते हैं. वातावरण ‘गणपति बप्पा मोरया’ के जयकारों से गूंज उठता है और हर ओर भक्ति व उत्साह का माहौल होता है.

घर की सजावट क्यों है खास?

गणेश चतुर्थी सिर्फ पूजा का पर्व नहीं बल्कि एक ऐसा मौका है, जब घर-आंगन रोशनी और रंगों से जगमगा उठता है. बप्पा के स्वागत के लिए लोग थीम-बेस्ड सजावट करते हैं और मंदिर को पारंपरिक अंदाज में सजाते हैं. सजावट न केवल वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है बल्कि पूजा का आनंद भी दोगुना कर देती है.

थीम-बेस्ड डेकोरेशन

आप पूजा घर की सजावट को और आकर्षक बनाने के लिए कोई खास थीम चुन सकते हैं. जैसे – इंडियन थीम, फ्लोरल थीम या ट्रेडिशनल सेटअप. केले के पत्ते, फूलों की मालाएं, दीपक और रंगोली से बप्पा का स्थान और भी भव्य लगने लगेगा.

ट्रेंडी वाटर एलईडी दीये

आजकल वाटर एलईडी ब्राउन दीये काफी पसंद किए जा रहे हैं. इनमें पानी भरकर प्रवेश द्वार या मंदिर के पास सजावट की जाए तो रोशनी और पारदर्शी पानी का संगम एक अनोखा दृश्य प्रस्तुत करता है.

डाई और क्राफ्ट से बनी सजावट

सजावट हमेशा महंगी नहीं होनी चाहिए. आप पुराने कपड़ों से फूल, थर्मोकोल से मंदिर का ढांचा या पेपर क्राफ्ट से पत्ते और सजावटी आइटम बना सकते हैं. प्लास्टिक की बोतल को काटकर रंगीन पेंट से सजाना भी एक बेहतरीन हैंगिंग डेकोरेशन आइडिया है.

मंडप की रौनक

मंडप को सजाने के लिए साटन या शिफॉन पर्दों का इस्तेमाल करें. बैकग्राउंड में एलईडी लाइट्स से गणेश आकृति बनाना सजावट को और खास बना देता है. रंगीन झूमर, फूलों की झालर और बैठने के लिए कुशनयुक्त चटाई वातावरण को दिव्य बना देते हैं.

मंदिर में सजावट के जरूरी तत्व

मंदिर की पवित्रता बनाए रखने के लिए कलश में नारियल और आम के पत्ते रखें. तुलसी के पौधों के पास दीये जलाएं और फूल सजाएं. पूजा थाल को फूलों से सजाकर रखें और मंदिर के आंगन में रंग-बिरंगी फूलों की रंगोली बनाएं.