Tech Layoffs 2025 : साल 2025 टेक्नोलॉजी सेक्टर के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हुआ है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 218 से ज्यादा कंपनियों ने 1 लाख 12 हजार से अधिक कर्मचारियों की छंटनी कर दी है. अमेजन, इंटेल, TCS, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी बड़ी कंपनियां भी इसमें शामिल हैं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ऑटोमेशन की बढ़ती भूमिका ने कई पारंपरिक नौकरियों को खतरे में डाल दिया है.
Layoffs.fyi की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी से अब तक टेक सेक्टर में 1,12,732 नौकरियां खत्म हो चुकी हैं. शुरुआत में यह रुझान धीरे-धीरे बढ़ा, लेकिन अप्रैल आते-आते 24,500 से ज्यादा लोग एक ही महीने में बेरोजगार हुए. कंपनियों का कहना है कि लागत नियंत्रण, ऑटोमेशन और बिजनेस रीस्ट्रक्चरिंग इसकी मुख्य वजह हैं. यह असर केवल अमेरिका तक सीमित नहीं रहा, बल्कि भारत, यूरोप और एशिया के कई देशों में महसूस किया गया.
ई-कॉमर्स दिग्गज अमेजन ने 2025 में अब तक की सबसे बड़ी छंटनी की. कंपनी ने लगभग 30,000 कॉरपोरेट रोल्स खत्म किए, जिनमें Amazon Web Services, ऑपरेशंस और HR विभाग शामिल हैं. CEO एंडी जैसी ने बताया कि AI-आधारित ऑटोमेशन और ओवर-हायरिंग के चलते यह फैसला लेना पड़ा. उनका कहना है कि कंपनी को अधिक चुस्त और लागत-कुशल बनाने के लिए यह जरूरी कदम था.
चिप निर्माण कंपनी इंटेल ने भी 22% वर्कफोर्स घटा दिया. अमेरिका, जर्मनी, पोलैंड और कोस्टा रिका में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को निकाला गया. कंपनी के CEO लिप-बू टैन के मुताबिक, चिप मार्केट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और AI-आधारित सिस्टम्स की ओर शिफ्ट होने से यह कदम उठाया गया. यह छंटनी प्रदर्शन मूल्यांकन और डिवीजन समीक्षा के बाद की गई.
भारत की सबसे बड़ी IT कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने सितंबर तिमाही में 19,755 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया. यह कंपनी के इतिहास की सबसे बड़ी कटौती मानी जा रही है. खास तौर पर मिड और सीनियर लेवल के कर्मचारियों पर इसका असर पड़ा. कंपनी अब AI आधारित प्रोजेक्ट्स पर ध्यान दे रही है, जिससे पुराने स्किल वाले कर्मचारियों की मांग घट गई है. साथ ही, ग्लोबल डिमांड में कमी और व्यापारिक तनाव ने स्थिति को और मुश्किल बना दिया है.
माइक्रोसॉफ्ट ने सालभर में करीब 9,000 कर्मचारियों को निकाला, जिनमें इंजीनियर और प्रोडक्ट मैनेजर शामिल हैं. वहीं, गूगल ने क्लाउड, एंड्रॉयड और टीवी डिवीजन में छंटनी की, जिससे 100 से ज्यादा पद प्रभावित हुए. सेल्सफोर्स ने भी 4,000 सपोर्ट रोल्स को AI सिस्टम से बदल दिया. कंपनी का कहना है कि अब 50% से अधिक ग्राहक सवालों का जवाब AI खुद दे रहा है.