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ड्रग मनी केस में बड़ा एक्शन: विक्रम मजीठिया 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए

शिरोमणि अकाली दल के नेता और पूर्व मंत्री विक्रम सिंह मजीठिया को 540 करोड़ की ड्रग मनी और आय से अधिक संपत्ति मामले में मोहाली कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

👤 Saurabh 06 Jul 2025 04:36 PM

पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री और शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को मोहाली की एक अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उन्हें इससे पहले 11 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया था, जो अब खत्म हो गई थी। इसके बाद उन्हें फिर कोर्ट में पेश किया गया।

क्यों हुई गिरफ्तारी?

पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने मजीठिया को 25 जून को अमृतसर स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया था। उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने अपनी आय से अधिक संपत्ति बनाई है और 540 करोड़ रुपये की ड्रग्स से कमाई (ड्रग मनी) को गैरकानूनी तरीके से सफेद किया यानी मनी लॉन्ड्रिंग की। यह मामला 2021 में दर्ज ड्रग तस्करी मामले से जुड़ा है।

क्या कहा विजिलेंस ने?

कोर्ट में सुनवाई के दौरान विजिलेंस विभाग ने कहा कि मजीठिया पूरी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, इसलिए उन्हें और समय चाहिए था ताकि पूछताछ की जा सके। इसीलिए उन्होंने फिर से रिमांड मांगी।

क्या बोले मजीठिया के वकील?

मजीठिया के वकीलों, एच.एस. धनोआ और अर्शदीप सिंह कलेर ने इसका कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहा कि ये सारे आरोप पुराने हैं, अब तक कोई नया सबूत नहीं मिला, और इन मामलों को सुप्रीम कोर्ट पहले ही खारिज कर चुका है।

राजनीतिक बदले का आरोप

मजीठिया ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया है। उन्होंने कहा है कि उनके साथ नाइंसाफी हो रही है। इस याचिका पर 4 जुलाई को सुनवाई हो चुकी है, लेकिन अभी कोर्ट का कोई फैसला नहीं आया है।

जांच में क्या निकल रहा?

विजिलेंस का दावा है कि मजीठिया ने ड्रग तस्करी से कमाए 540 करोड़ रुपये को छिपाने के लिए बेहद चालाकी से मनी लॉन्ड्रिंग की। इसके अलावा, जांच में यह भी सामने आया है कि उनके नाम पर शिमला में 400 हेक्टेयर की बेनामी ज़मीन हो सकती है, जिसकी भी जांच हो रही है।

बिक्रम मजीठिया को भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है। कोर्ट ने उन्हें अभी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मामला गंभीर है और इसकी जांच अभी जारी है।