अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया की गिरफ्तारी के बाद मामले में एक नया मोड़ आ गया है। उनके पास से जो मोबाइल फोन बरामद हुआ है, उसमें एक सिम कार्ड ऐसा मिला है जो खन्ना के रहने वाले जसमीत सिंह के नाम पर है।
जानकारी के मुताबिक, यह सिम 2021 में खरीदी गई थी, जब जसमीत खन्ना बस स्टैंड पर एक निजी ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करता था। जसमीत का परिवार पहले फतेहगढ़ साहिब में रहता था और कुछ समय पहले खन्ना आकर किराए के मकान में शिफ्ट हो गया था। उसका पासपोर्ट और कुछ जरूरी दस्तावेज फतेहगढ़ साहिब के पते पर हैं।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जसमीत सिंह का सिम मजीठिया जैसे बड़े नेता के पास कैसे पहुंचा? इसी को लेकर जसमीत जांच एजेंसियों के रडार पर आ गया है। मोहाली विजिलेंस की टीम ने खन्ना के समराला रोड स्थित जसमीत के घर पर पहुंचकर उसके माता-पिता और छोटे भाई से पूछताछ की। इसके अलावा खन्ना और फतेहगढ़ साहिब की पुलिस ने भी पूछताछ की है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि मजीठिया की गिरफ्तारी के ठीक बाद 13 जुलाई को जसमीत सिंह कनाडा रवाना हो गया। उसका वीजा जनवरी 2024 में ही बन गया था, लेकिन अचानक विदेश जाना जांच एजेंसियों को शक की ओर ले गया है।
जांच एजेंसियों को अब यह पता लगाना है कि क्या यह सिर्फ इत्तेफाक है या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश है। जसमीत और मजीठिया के बीच संबंधों की पड़ताल जारी है।