पंजाब के किसानों के लिए खुशखबरी है। केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) से जुड़े कई किसान, जो अब तक तकनीकी कारणों से इसका लाभ नहीं ले पा रहे थे, अब फिर से इस योजना में शामिल हो गए हैं। इसका नतीजा यह है कि योग्य किसानों के खातों में पैसे आने शुरू हो गए हैं। इससे किसानों को आर्थिक राहत मिली है और साथ ही योजना पर उनका भरोसा भी मजबूत हुआ है।
इस योजना की शुरुआत के बाद पंजाब में लाखों किसानों को इसका लाभ मिला। साल 2019 में तो नवंबर तक 22.21 लाख किसानों को किस्तें मिली थीं, जो अपने आप में रिकॉर्ड था। लेकिन इसके बाद स्थिति बदल गई। जमीन के रिकॉर्ड अपडेट न होने, ऑनलाइन वेरिफिकेशन में दिक्कत और विभागीय देरी के कारण बहुत से किसान योजना से बाहर हो गए। नवंबर 2022 तक हालत यह थी कि राज्य में केवल 2.07 लाख किसानों को ही किस्त मिल रही थी।
यह किसानों के लिए बड़ी चिंता का विषय बन गया। सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और 2022 में कृषि, राजस्व और वेरिफिकेशन विभाग की संयुक्त टीमें बनाई। इन टीमों ने गांव-गांव जाकर रिकॉर्ड ठीक करने और किसानों का डेटा अपडेट करने का काम शुरू किया।
इस मेहनत का असर दो सालों में साफ दिखने लगा। लगभग 7.37 लाख नए किसान फिर से योजना से जुड़ गए। नवंबर 2023 तक जहां सिर्फ 4.97 लाख किसानों को ही किस्त मिल पाई थी, वहीं जुलाई 2025 तक यह संख्या बढ़कर 11.34 लाख तक पहुँच गई है।
योजना की शुरुआत 2018-19 में हुई थी। तब 11.81 लाख किसान जुड़ पाए थे। अगले साल यह संख्या 14.11 लाख और उसके बाद 22.21 लाख तक पहुँची। बीच में गिरावट आई, लेकिन अब एक बार फिर से संख्या बढ़ रही है।